तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी कथित जासूसी मामले की जांच की मांग को लेकर पेगासस मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश करेंगे, जबकि राज्यसभा में पेगासस कांड और असम-मिजोरम के मुद्दों पर निलंबन नोटिस जारी किए जा चुके हैं।
पेगासस कांड पर कई अन्य विपक्षी सांसदों ने भी लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया है।
असम-मिजोरम विवाद पर कांग्रेस के रिपुन बोरा ने राज्यसभा में निलंबन नोटिस दिया है।
विपक्षी नेताओं ने बुधवार को राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कक्षों में मुलाकात की जहां राहुल गांधी भी मौजूद थे। उन्होंने फैसला किया कि विपक्षी दल जासूसी मामले में जांच के आदेश देने के लिए सरकार पर दबाव डालेंगे।
कांग्रेस के नेतृत्व वाली विपक्षी पार्टियों ने मंगलवार को सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी। उच्च सदन में कांग्रेस के उप नेता आनंद शर्मा ने कहा, एक बात बहुत स्पष्ट है, कि संसद में गतिरोध का दोष पूरी तरह से सरकार के दरवाजे पर है। सरकार को सार्थक चर्चा और बहस में कोई दिलचस्पी नहीं है। यह सरकार संसद के माध्यम से भारत के लोगों के प्रति अपनी जवाबदेही में विश्वास नहीं करती है।
उन्होने कहा,विपक्ष को सदन के अंदर ब्लैक आउट किया जा रहा है, इसलिए मीडिया के माध्यम से हम अपने लोगों से कहना चाहते हैं, हम इस लड़ाई को जारी रखेंगे। सरकार जैसी है वैसी ही अडिग है, हम उन्हें मजबूर करेंगे, जैसा कि एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में किया जाता है। आओ और बहस करें, अगर सरकार के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है, तो उन्हें आज ही बहस शुरू करने दें, विपक्ष तैयार है।
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