तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। कहा जाता है कि मां ममतामयी होती है और मां के आंचल में कोई भी बच्चा सुकून पाता है और अगर यही मां निर्दयी हो जाए तो इसे आप क्या कहेंगे। ऐसा ही एक मामला बिहार के गोपालगंज जिले के कटेया थाना क्षेत्र में प्राकश में आया है जहां एक मां ने एक-एककर अपनी चार बेटियों को तालाब में फेंक दिया, जिसमें से तीन बच्चियों की मौत हो गई। तीनों शवों को पानी से बाहर निकाल लिया गया है। एक बच्ची का इलाज अस्पताल में चल रहा है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि कौलरही गांव निवासी असलम मियां की पत्नी नूरजहां का शुक्रवार की शाम किसी बात को लेकर अपने पति से फोन पर झगड़ा हुआ। झगड़ा होने के बाद नूरजहां अपनी चारों बेटियों को लेकर मामा के घर पहुंचाने के बहाने घर से निकली और गौरा गांव में एक तालाब के पास रूककर अपनी चारों बेटियों को फेकने लगी।
बेटियों के शोरगुल को सुन गांव के लोग इकट्ठा हो गए और तालाब में कूदकर बच्चियों की जान बचाने की कोशिश की। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद एक बच्ची को तो जिंदा बचा लिया, लेकिन अन्य तीन की मौत हो चुकी थी।
कटेया के थाना प्रभारी सुमन कुमार मिश्रा ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने स्थानीय ग्रामीणों की मदद से तीनों बच्चियों का शव को पानी से बाहर निकलवाया।
उन्होंने बताया कि मृतकों में गुलाबसा खातून (7), नूरसबा खातून (3) और तैयबा खातून (2) शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि बचाई गई बच्ची को इलाज के लिए एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी खतरे से बाहर बताई जा रही है।
थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है तथा मामले की प्रत्येक कोणों से जांच की जा रही है।
असलम मियां गुजरात में काम करते हैं।