तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के हिंसा प्रभावित जहांगीरपुरी इलाके में नगर निगम द्वारा हटाए गए कई अवैध अतिक्रमण के बाद इस कार्रवाई को अब रोक दिया गया है। अभी तक तंबाकू की दुकान, एक कबाड़ विक्रेता की दुकान, एक जूस कॉर्नर और एक मस्जिद के गेट को तोड़ा गया है।
इस कार्रवाई के लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश है।
जानकारी के मुताबिक, 28 साल के सुशील ने आईएएनएस से पूछा, ‘दंगों से अतिक्रमण हटाने का क्या संबंध है?’
नजमा नाम की एक अन्य महिला ने कहा कि यह कार्रवाई पूरी तरह से एकतरफा है।
गौरतलब है कि जिन दुकानों को तोड़ा गया, वे दोनों समुदायों की थीं।
सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद इस प्रक्रिया को रोक दिया गया है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि उसका आदेश तुरंत लागू किया जाए।
मुख्य न्यायाधीश ने अतिक्रमण हटाओ अभियान पर रोकने का निर्देश दिया और मामले को गुरुवार को सुनवाई के लिए उपयुक्त पीठ के समक्ष सूचीबद्ध करने पर सहमति व्यक्त की।