Friday, March 29, 2024

बुलडोजर पर सियासत: दिल्ली में अतिक्रमण विरोधी अभियान के खिलाफ निकाला मार्च

तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। राष्ट्रीय राजधानी में चल रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान के विरोध में बुधवार को एक दर्जन से अधिक नागरिक समाज संगठनों और राजनीतिक दलों ने उपराज्यपाल अनिल बैजल के आवास तक जुलूस निकाला।

नगर निगम के अधिकारी अतिक्रमण के खिलाफ अलग-अलग जगहों पर कार्रवाई कर रहे हैं।

पिछले महीने जहांगीरपुरी में विध्वंस अभियान के दौरान हिंसा भड़क गई थी। भाजपा ने हालांकि इस कदम की सराहना की है।

तख्तियां लिए हुए और नारे लगाते हुए, जैसे-जैसे नागरिक समूह आगे बढ़े, बड़ी संख्या में तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें एलजी के आवास की ओर जाने वाली सड़क पर बहुत पहले ही रोक दिया। लोगों ने ‘बढ़ती सांप्रदायिकता’ के खिलाफ नारे भी लगाए।

प्रदर्शनकारियों में भाकपा, माकपा, भाकपा (माले), एआईएफबी और आरएसपी जैसे वामपंथी संगठन भी शामिल थे।

अखिल भारतीय किसान महासभा के सचिव पुरुषोत्तम मिश्रा ने आईएएनएस से कहा, “यह देश के गरीबों के खिलाफ कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन है। यह अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई नहीं है बल्कि हिंदू और मुस्लिम समुदायों को विभाजित करने का प्रयास है और आम आदमी को लूटने के लिए कॉर्पोरेट्स के लिए अभियान है।”

उन्होंने कहा, “सरकार सांप्रदायिक राजनीति को उठाकर आम आदमी का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। हम इसके खिलाफ पूरे देश में आवाज उठाएंगे। हम पूरे मई महीने में प्रदर्शन आयोजित करेंगे।”

राष्ट्रीय राजधानी में चल रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान के विरोध में बुधवार को एक दर्जन से अधिक नागरिक समाज संगठनों और राजनीतिक दलों ने उपराज्यपाल अनिल बैजल के आवास तक जुलूस निकाला।

नगर निगम के अधिकारी अतिक्रमण के खिलाफ अलग-अलग जगहों पर कार्रवाई कर रहे हैं।

पिछले महीने जहांगीरपुरी में विध्वंस अभियान के दौरान हिंसा भड़क गई थी। भाजपा ने हालांकि इस कदम की सराहना की है।

तख्तियां लिए हुए और नारे लगाते हुए, जैसे-जैसे नागरिक समूह आगे बढ़े, बड़ी संख्या में तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें एलजी के आवास की ओर जाने वाली सड़क पर बहुत पहले ही रोक दिया। लोगों ने ‘बढ़ती सांप्रदायिकता’ के खिलाफ नारे भी लगाए।

प्रदर्शनकारियों में भाकपा, माकपा, भाकपा (माले), एआईएफबी और आरएसपी जैसे वामपंथी संगठन भी शामिल थे।

अखिल भारतीय किसान महासभा के सचिव पुरुषोत्तम मिश्रा ने कहा, “यह देश के गरीबों के खिलाफ कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन है। यह अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई नहीं है बल्कि हिंदू और मुस्लिम समुदायों को विभाजित करने का प्रयास है और आम आदमी को लूटने के लिए कॉर्पोरेट्स के लिए अभियान है।”

उन्होंने कहा, “सरकार सांप्रदायिक राजनीति को उठाकर आम आदमी का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। हम इसके खिलाफ पूरे देश में आवाज उठाएंगे। हम पूरे मई महीने में प्रदर्शन आयोजित करेंगे।”

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