तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। शहर के कोरोना वायरस ग्राफ में गिरावट दर्ज की गई है लेकिन पटना में डेंगू जैसी वेक्टर जनित बीमारियों के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है। पटना के स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को डेंगू के सात मामले दर्ज किए। पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (पीएमसीएच) परिसर में दो मरीज थे, और राजेंद्र नगर, महेंद्रू, गुलजारबाग, खासमहल और पुनपुन में एक-एक मरीज थे।
इससे पहले, मोकामा, बख्तियारपुर, फतुहा, बिहटा, पुनपुन, विक्रम, पंडारक और फुलवारीशरीफ जैसे ग्रामीण इलाकों में डेंगू के मामले सामने आए थे।
पटना के मलेरिया अधिकारी विनोद कुमार चौधरी ने बताया कि बिहार की राजधानी में डेंगू के कुल मामलों की संख्या 68 पहुंच गई है। इसके अलावा, चिकनगुनिया के तीन मामले और जापानी इंसेफेलाइटिस के दो मामले भी दर्ज किए गए हैं।
सूत्रों ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग चिंतित है क्योंकि मामले ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों से आ रहे हैं। दशहरा पर्व की वजह से अगले कुछ दिनों में इसमें तेजी भी आ सकती है।
एक अधिकारी के मुताबिक नगर निकायों और स्वास्थ्य विभाग ने संयुक्त रूप से 55 जगहों पर फॉगिंग की, जिनमें ज्यादातर शहरी इलाकों में हैं।
चौधरी ने कहा, “चूंकि पटना में मामले बढ़ रहे हैं, हमने जोड़ों के दर्द, तेज बुखार, आंखों में दर्द आदि की शिकायत करने वाले रोगियों की रैपिड किट के माध्यम से जांच शुरू की है।”
उन्होंने कहा, “चूंकि बड़ी संख्या में मरीज निजी प्रयोगशालाओं से भी संपर्क कर रहे हैं, हमने उन्हें सिविल सर्जन कार्यालय में भी रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया है। हमने पटना के निवासियों से अपने-अपने क्षेत्रों को साफ रखने की अपील की है ताकि वहां पानी जमा न हो।”