तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रदेशवासियों को संबोधित किया। दावा किया कि उन्होंने सभी धर्म और जाति के लोगों के लिए काम किया है। बोले हिन्दू हो या मुस्लिम हो, दलित, महादलित, पिछड़ा हो या अति पिछड़ा हो या अगड़ी जाती का हो, सभी के लिए काम किया गया है।
सीएम ने कहा कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति तथा अति पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए बड़ी संख्या में आवासीय विद्यालय एवं छात्रावासों का निर्माण कराया जा रहा है। वर्तमान में अनुसूचित जाति एवं जनजाति के छात्र-छात्राओं के लिए 91 आवासीय विद्यालय संचालित हैं। राज्य सरकार द्वारा अनुसूचित जाति की 50 हजार से अधिक आबादी वाले 40 प्रखंडों में नये आवासीय विद्यालय बनाने का निर्णय लिया गया है जिसमें से 20 आवासीय विद्यालय का निर्माण चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि अगले वर्ष तक सभी आवासीय विद्यालयों का निर्माण करा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में अति पिछड़ा वर्ग के लिए जननायक कर्पूरी छात्रावास का निर्माण कराया गया है। सभी जिलों में पिछड़े एवं अति पिछड़े वर्ग के लिए कन्या आवासीय विद्यालय बनाने का निर्णय लिया गया है। 11 जिलों में कन्या आवासीय विद्यालय संचालित है, 27 जिलों में नये कन्या आवासीय विद्यालय का निर्माण कार्य जारी है।
उन्होंने दावा किया कि इन सभी वर्गों के युवक-युवतियों को सिविल सेवा प्रोत्साहन, ग्राम परिवहन योजना एवं उद्यमी योजना का लाभ दिया जा रहा है।
बिहार के सीएम ने आगे कहा, मुस्लिम समुदाय के लिए भी वर्ष 2005 के बाद सरकार ने काफी काम किया है। इस वर्ग के युवाओं के लिए विद्यार्थी प्रोत्साहन, छात्रवृत्ति, मुफ्त कोचिंग आदि योजनाएं चलायी जा रही है। मदरसों को सरकारी मान्यता दी गयी है एवं मदरसा के शिक्षकों को सरकारी शिक्षकों के बराबर वेतन दिया जा रहा है। वर्ष 2006 से ही कब्रिस्तान की घेराबंदी शुरू की गई। पहले 8 हजार से ज्यादा कब्रिस्तानों की घेराबन्दी की गई थी, बाद में 1273 कब्रिस्तानों को और चिन्हित किया गया, जिसमें से 746 कब्रिस्तानों की घेराबन्दी पूर्ण कर ली गयी है और 151 कब्रिस्तानों की घेराबंदी अंतिम चरण में है तथा 376 प्रक्रियाधीन है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 से 60 वर्ष से पुराने हिन्दू मंदिरों की घेराबंदी की जा रही है जिससे मंदिरों में यदा-कदा मूर्ति चोरी आदि की घटनाए न हों। राज्य में प्रेम, भाईचारा एवं शांति का माहौल है। मुख्यमंत्री ने दावा करते हुए कहा कि राज्य सरकार सभी धर्मों हिन्दू, मुस्लिम, सिख,ईसाई, बौद्ध एवं जैन का ख्याल रखती है और उनकी आस्था से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों का सौंदर्याकरण एवं यहां पर लोगों के लिए सुविधाओं का विकास किया गया है।