तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। मौलाना शोएब जमई ने मंगलवार को अरविंद केजरीवाल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने गुरुद्वारे के ग्रंथी और मंदिर के पुजारियों के लिए 18,000 रुपये की सैलरी देने की घोषणा की है, इसमें हमें कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन जब दिल्ली के सभी इमाम और मुअज्जिन पिछले 17 महीनों से बिना वेतन के काम कर रहे हैं और वे इसका विरोध कर रहे हैं, तो केजरीवाल इस मुद्दे को नजरअंदाज कर रहे हैं।
उन्होंने केजरीवाल के इस ऐलान को शर्मनाक बताते हुए कहा कि यह मुसलमानों के चेहरे पर जोरदार तमाचा है।
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली में जिन्हें मुसलमानों का मसीहा माना जाता था, आज वही नेता मुसलमानों के मसलों पर चुप हैं। 17 महीनों से मस्जिदों के मुअज्जिन और इमामों की तनख्वाह रुकी हुई है। लेकिन, मुख्यमंत्री उनसे मिलने का समय तक नहीं निकालते। इसके बजाय, वे अन्य धर्मों के कर्मियों के लिए घोषणा कर रहे हैं। यह एक बहुत बड़ी गलती है और इससे दिल्ली के मुसलमान बेहद नाराज हैं।
उन्होंने कहा कि हम इसके विरोध में एक बड़ा प्रदर्शन करेंगे और दिल्ली की मुस्लिम जनता केजरीवाल का घेराव करेगी। हम यह भी घोषणा करते हैं कि हम मस्जिदों के मुअज्जिन और इमामों के दुख के साथ हैं, जिनका वेतन 17 महीनों से रुका हुआ है। अरविंद केजरीवाल की यह मुस्लिम विरोधी नीति हम पूरी तरह से नकारते हैं और इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे।
बता दें कि सोमवार को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुजारी और ग्रंथी के सम्मान में इस योजना का ऐलान किया था। इस योजना के तहत पुजारियों और ग्रंथियों को सम्मान में 18 हजार रुपये देने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा कि पुजारी हमारे हर सुख दुख में खड़े होते हैं। हमारे साथ हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहते हैं। लेकिन, यह दुर्भाग्य की बात है कि अगर उनके जीवन में किसी भी प्रकार का संकट आता है, तो उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं होता है।
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