Tuesday, November 26, 2024

बिहार की नदियों के जलस्तर में वृद्धि बढ़ने लगा सैलाब का खतरा, पलायन शुरू

तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार में मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो गया है. राज्य के पांच जिलों में आज भी भारी बारिश की चेतावनी दी गयी है. मौसम विभाग के अनुसार अररिया, मधुबनी सुपौल कटिहार और किशनगंज में एक दो स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं. दक्षिण पूर्व बिहार को छोड़ पटना गया समेत अन्य जिलों में अगले दो-तीन दिनों तक बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है. बिहार में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों के जलस्तर में भी वृद्धि हो रही है. पश्चिमी चंपारण में गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि के बाद पश्चिम चंपारण के निचले इलाकों में पानी प्रवेश कर तबाही मचाने लगा है.

आलम यह है कि अब बिहार के कुछ इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बनते दिख रहे हैं. आने वाले दिनों में अन्य शहरों में भी बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है. वहीं बगहा दो प्रखंड के लक्ष्मीपुर रमपुरवा पंचायत के चकदहवा, झंडू टोला, बिन टोली, कानी टोला के साथ ही पिपरासी प्रखंड के सेमरा लबेदहा, बलुआ ठोरी और मंझरिया के गांवों में गंडक नदी का पानी घुसने लगा है. कई परिवार गांव छोड़कर सुरक्षित स्थानों तक पहुंच गया है. वहीं कई परिवार पानी से खुद को बचाते हुए जद्दोजहद कर रहा है.

पश्चिम चंपारण के जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय ने सभी प्रखंडों के सीओ और बीडीओ को प्रभावित गांवों में कैंप कर हालात पर नजर रखने का निर्देश दिया है. वहीं निचले इलाकों से तेजी से लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचा जा रहा है. हालांकि ताजा अपडेट के अनुसार गंडक नदी का जलस्तर फिलहाल स्थिर है. 4 लाख 40 हज़ार क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज जारी है. वहीं वाल्मीकिनगर में नेपाल की अन्य नदियों का जलस्तर स्थिर. वहीं इससे पहले गंडक बराज पर नदी का जलस्तर गातार बढ़ रहा था.

वहीं गोपालगंज में मेघ गर्जन के साथ लगातार बारिश हो रही है. आज मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. वहीं, वज्रपात से एक युवक की मौत हो गयी है, जबकि दो महिलाएं झुलस गईं हैं. आपदा विभाग ने लोगों से मेघ गर्जन के दौरान खेतों की ओर नहीं जाने की अपील किया है. वहीं, भारी बारिश के बीच धान की रोपनी में लग गए हैं.

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