तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने 70वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा की पुनर्निर्धारित तिथि का ऐलान कर दिया है। 13 दिसंबर को पटना के बापू परीक्षा केंद्र पर हंगामे के कारण परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। यह परीक्षा अब 4 जनवरी को आयोजित की जाएगी।
इस संबंध में बीपीएससी परीक्षा नियंत्रक कार्यालय की ओर से एक अधिसूचना जारी की गई। आयोग ने कहा कि यह फैसला निष्पक्ष और सुचारू परीक्षा प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए उम्मीदवारों के हित में लिया गया है।
आयोग ने कहा कि जिन उम्मीदवारों को परीक्षा रद्द होने से परेशानी हुई है, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे बीपीएससी की आधिकारिक सूचना से अपडेट रहें और नई परीक्षा तिथि के अनुसार तैयारी करें।
बता दें कि 13 दिसंबर को कुम्हरार इलाके में स्थित बापू परीक्षा केंद्र पर बड़ी संख्या में उम्मीदवारों ने पेपर लीक होने और प्रश्नपत्र वितरण में देरी का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था।
इसके बाद परीक्षा सेंटर के ड्यूटी मजिस्ट्रेट की शिकायत पर पुलिस ने अगम कुआं थाने में 50 से 60 अज्ञात युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
उम्मीदवारों के हंगामे के बाद बीपीएससी ने बापू परीक्षा केंद्र पर आयोजित परीक्षा को रद्द कर दिया, जहां लगभग 12 हजार उम्मीदवारों को नियुक्त किया गया था। हालांकि, केवल 5,500 उम्मीदवारों ने सफलतापूर्वक अपनी ओएमआर शीट जमा की।
यह परीक्षा पूरे बिहार में 912 केंद्रों पर आयोजित की गई थी, लेकिन केवल पटना में बापू परीक्षा केंद्र को रद्द करना पड़ा।
पटना पुलिस ने इस मामले में बड़ी सफलता हासिल की है और 13 दिसंबर को बापू परीक्षा केंद्र पर आयोजित 70वीं बीपीएससी संयुक्त परीक्षा के दौरान उपद्रव मचाने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान सुपौल जिले के जगतपुर के मनीष कुमार के रूप में हुई है, जो कथित तौर पर परीक्षा के दौरान अराजकता फैलाने में शामिल था।
पटना पुलिस उपाधीक्षक अतुलेश झा ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि परीक्षा हॉल से गायब कई प्रश्नपत्र मनीष कुमार के पास से बरामद किए गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि हमने बापू परीक्षा केंद्र से सीसीटीवी फुटेज खंगाली और कथित अभ्यर्थी मनीष कुमार की पहचान की। उसके पास से गायब प्रश्नपत्र और एक एंड्रॉयड मोबाइल फोन बरामद किया गया।