तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। लोकसभा चुनाव को लेकर प्रचार अभियान अब जोर पकड़ चुका है। तापमान में हो रही वृद्धि और चुनाव प्रचार की व्ययस्तता को लेकर नेता भी परेशान हैं। ऐसे में राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी प्रचार में अपनी ताकत झोंक दी है।
तेजस्वी ने इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया। वीडियो वे खुद वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी के साथ मछली और रोटी खाते दिख रहे हैं। भाजपा ने अब इस वीडियो के जरिए निशाना साधा है। भाजपा ने कहा है कि यह लालू परिवार के लिए नई बात नहीं है।
तेजस्वी ने नवरात्र के पहले दिन सोशल मीडिया पर मछली खाने का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ”चुनावी भागदौड़ एवं व्यस्तता के बीच हेलीकॉप्टर में भोजन।”
वीडियो में वो हेलीकॉप्टर में वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के साथ भोजन करते हुए नजर आ रहे हैं। लंच के दौरान तेजस्वी और सहनी मछली खाते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में तेजस्वी को कहते सुना जा सकता है कि चुनावी माहौल की बीच उन्हें खाने के लिए जो 10-15 मिनट मिलते हैं, उसी में वो खाना खाते हैं।
तेजस्वी ने कहा है कि बाहर बहुत गर्मी है और लू चल रही है जिसकी वजह से उन्होंने अपने साथ पीने के लिए मट्ठा, बेल का जूस, सतुआ और तरबूज का जूस भी रखा हुआ है।
तेजस्वी ने कहा, “पूरे दिन हम प्रचार किए हैं, हम लोगों को अब यही 10-15 मिनट मिला है कि हम लोग लंच कर सकें। आज मुकेश सहनी खाना लाए हैं, मछली लाए हैं जो एक कांटे की है। बहुत ही स्वादिष्ट खाना है। साथ में रोटी, नमक, प्याज और हरी मिर्च है। यही मौका मिलता है जब हम लोग 10-15 मिनट में खाना खा सकें। पूरे दिन हम प्रचार में लगे रहते हैं। मुकेश जी को मछली खिलाने के लिए धन्यवाद।”
वहीं मुकेश सहनी ने मछली की जानकारी देते हुए कहा कि ये मछली मिथिलांचल में कोसी नदी में पाई जाती है। इसे चचेरा मछली कहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि कुछ लोगों को मिर्ची लगेगा, वो मिर्ची हमसे मांग लें। हम लोग सामाजिक न्याय के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं।
इधर, भाजपा प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने इस वीडियो को लेकर राजद पर निशाना साधा है। कृष्ण ने कहा कि नवरात्र में तेजस्वी के लिए मछली खाना कोई बड़ी बात नहीं है। लालू प्रसाद के परिवार का यह पुराना तरीका है। सावन जैसे पवित्र महीने में भी मटन बनाया था और खिलाया था।
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद के लिए सनातन महत्वपूर्ण नहीं है, इनके लिए जरूरी है ‘एम वाई’ समीकरण। मुसलमान वोटरों का का तुष्टिकरण। लालू यादव का परिवार मुसलमान वोटों के तुष्टिकरण के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। ये वहीं लोग हैं जिन लोगों ने सनातन और प्रभु राम के अस्तित्व पर सवाल उठाया था।