तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार में आगामी वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट सोमवार को विधानमंडल के दोनों सदनों में पेश होगा। उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद द्वारा विधानसभा में इस साल पेश किए जाने वाले इस बजट के आकार में पिछले वित्तीय वर्ष से बढ़ने की संभावना है। यह दूसरा मौका है जब प्रसाद बतौर वित्त मंत्री राज्य का बजट पेश करेंगे। इस बजट में शिक्षा, रोजगार और आधारभूत संरचना पर खासतौर से फोकस रहने की उम्मीद है। उम्मीद है कि राज्य सरकार पूंजीगत व्यय पर विशेष ध्यान देगी, जिसका प्रभाव स्पष्ट तौर पर नए वित्तीय वर्ष पर देखने को मिल सकता है।
माना जा रहा है कि भारत सरकार से केंद्रीय राजस्व के अंतरण में बढ़ोतरी होने से भी राज्य का बजट आकार बढ़ेगा। इस बार बजट आकार बढ़ने की संभावना है। इस बजट में गैर योजना या प्रतिबद्ध व्यय का आकार योजना या पूंजीगत व्यय की तुलना में अधिक होने की संभावना है।
बजट इस बार आधारभूत संरचना के विकास और रोजगार पर केंद्रित रह सकता है। पिछले दो साल से कोविड की वजह से आर्थिक गतिविधियों अस्थिर रही हैं। ऐसे में इस बार इसपर फोकस रहने की उम्मीद है। इसके अलावा कोरोना काल में वापस राज्य लौटे लोगों को रोजगार देने की पहल की जा सकती है।
बजट तैयार करने से पहले विभाग के अधिकारियों सहित खुद वित्तमंत्री ने विभिन्न संस्थाओं और विभिन्न क्षेत्र के वरिष्ठ लोगों से राय ली है। मंत्री पहले ही कह चुके हैं कि सभी की राय को बजट में शामिल करने की कोशिश है, ऐसे में इस बजट से लोगों को काफी उम्मीद है।