Monday, September 16, 2024

यूपी में पराली जलाने से रोकने के लिए गन्ना किसानों को डीकंपोजर मिला

तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। उत्तर प्रदेश सरकार के गन्ना विभाग ने पीलीभीत के गन्ना उत्पादकों को खेतों में सूखे गन्ने के पत्तों को जलाने से रोकने के लिए डीकंपोजर पदार्थों का वितरण शुरू कर दिया है। यूपी काउंसिल ऑफ गन्ना रिसर्च (यूपीसीएसआर) और कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) के वैज्ञानिक भी किसानों के साथ फसल अवशेषों को सड़ाने की वैज्ञानिक पद्धति साझा कर रहे हैं।

जिला गन्ना अधिकारी जितेंद्र कुमार मिश्रा ने कहा, “विभाग ने जिले के प्रत्येक गन्ना उत्पादक को डीकंपोजर की एक इकाई मुफ्त में प्रदान की। इससे न केवल वायु प्रदूषण में काफी हद तक कमी आएगी, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल पर्याप्त उपलब्धता भी सुनिश्चित होगी।”

पीलीभीत में केवीके के प्लांट फिजियोलॉजिस्ट डॉ. शैलेंद्र सिंह ढाका ने कहा कि डीकंपोजर के प्रयोग के बाद सूखी पत्तियों को 10 से 12 दिनों के भीतर खाद में बदल दिया जाता है, जो नाइट्रोजन, पोटाश, फास्फोरस और अन्य सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो शरीर के लिए आवश्यक हैं।

यह भी पढ़े: चीन में कोविड प्रतिबंधों के खिलाफ व्यापक विरोध, शी जिनपिंग से इस्तीफे की मांग

Related Articles

Stay Connected

7,268FansLike
10FollowersFollow

Latest Articles