तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को मैनपुरी कीे करहल विधानसभा से अपना नामांकन किया है। अपने पैतृक गांव इटावा के सैफई से करहल विधानसभा सीट के लिए नामांकन कराने को मैनपुरी के लिए रवाना होने के लिए अखिलेश यादव विजय रथ पर सवार होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे।
सैफई से करहल के बीच करीब 30 किमी की दूरी पर अखिलेश का जगह जगह गर्मजोशी से स्वागत किया गया। रथ पर सवार सपा अध्यक्ष हाथ हिला कर जनता का अभिवादन करते रहे। करीब एक बजे मैनपुरी कलेक्ट्रेट पहुंचे और अपना नामांकन दाखिल किया।
अखिलेश यादव इटावा के सैफई से विजय रथ पर सवार होकर दिन में करीब एक बजे मैनपुरी कलेकट्रेट पहुंचे। उनके साथ करहल में उनके चुनाव प्रबंधन की कमान संभाल रहे पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव उर्फ तेजू और करहल के विधायक सोबरन सिंह यादव भी थे। सोबरन सिंह यादव उनके नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान कमरे में थे। इसके साथ ही पार्टी के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव राज्यसभा सदस्य प्रोफेसर रामगोपाल यादव भी मौजूद रहे। इससे पहले अखिलेश यादव ने सोमवार को सुबह एक ट्वीट भी किया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के पहली बार करहल से विधानसभा का चुनाव लडने के निर्णय के बाद से ही मैनपुरी में सियासी माहौल बेहद गरम हो गया। मैनपुरी से पूर्व सांसद तेज प्रताप उनके चुनाव का संचालन कर रहे हैं, जबकि मैनपुरी से सांसद समाजवादी पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव की निगाह भी यहां लगी है।
सैफई से सोमवार की सुबह नामांकन दाखिल करने के लिए अखिलेश निकले तब जगह-जगह उनका कार्यकतार्ओं ने स्वागत किया। अखिलेश यादव करहल कस्बा होते हुए मैनपुरी पहुंचे हैं। कलक्ट्रेट तक पहुंचने के दौरान कार्यकतार्ओं की भीड़ उनका स्वागत कर रही है।
नामांकन में अब केवल दो दिन का ही समय शेष है। इसके बाद भी भाजपा ने अब तक यहां अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव करहल से ही चुनाव लड़ रहे हैं, ऐसे में भाजपा यहां कोई मजबूत प्रत्याशी लाने का प्रयास कर रही है।
करहल में चुनाव के तीसरे चरण में 20 फरवरी को मतदान होना है। कांग्रेस ने इस सीट से ज्ञानवती यादव को और बसपा ने कुलदीप नारायण को उम्मीदवार बनाया है। हालांकि इस सीट पर भाजपा के उम्मीदवार का नाम अभी घोषित नहीं हुआ है। चर्चा है कि बीजेपी अखिलेश के खिलाफ उनके परिवार की सदस्य अपर्णा यादव को उतार सकती है।