Friday, September 20, 2024

CAG की रिपोर्ट में सनसनीखेज खुलासा, बिहार में बालू के काले कारोबार का काला सच आया सामने, बाइक, स्कूटर, एंबुलेंस, ई रिक्शा पर ढोया गया बालू,

तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार में खान और भूतत्व विभाग द्वारा बालू खनन को लेकर हमेशा विवाद खड़ा होता रहा है, कभी सरकार द्वारा अपने खास लोगों को टेंडर देने का मामला सामने आया तो कभी, अवैध खनन का मामला गरमाया। लेकिन अब तक बालू का अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले पाया है। अभी बिहार में बालू के काले कारोबार का नंगा सच सामने आ है. नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक यानि CAG की रिपोर्ट में हैरान कर देने वाली बातें सामने आयी हैं. बिहार में मोटर साइकिल, स्कूटर, एंबुलेंस, ई रिक्शा, जेसीबी, कार और बस से बालू ढ़ोये गये. सरकारी कागजातों में दर्ज है कि मोटरसाइकिल से लगभग साढ़े 6 लाख टन बालू ढ़ो लिया गया. सीएजी की रिपोर्ट में ऐसे कई सनसनीखेज खुलासे सामने आए हैं.

सीएजी ने बिहार में खान और भूतत्व विभाग के कामकाज की जांच की थी. इसमें ही ये चौंकाने वाली बातें सामने आयी हैं. सीएजी ने अपनी जांच में पाया है कि बिहार में बडे पैमाने पर अवैध खनन हो रहा है.

सीएजी रिपोर्ट के मुताबिक बाइक, एंबुलेंस, बस, जेसीबी एंव ई-रिक्शा से ढोये गये बालू:
दरअसल बिहार के किसी भी बालू घाट से बालू ले जाने वाले वाहन को ई-चालान निर्गत किया जाता है. जिस गाड़ी से बालू ढ़ोया जाता है उसके नंबर पर ई-चालान जारी किया जाता है. सीएजी रपोर्ट में हैरान कर देने वाली बातें सामने आयीं. सीएजी की रिपोर्ट में कहा गया है कि लगभग 47 हजार ऐसी गाडियों को बालू ढ़ोने का ई-चालान जारी किया गया, जिससे बालू ढ़ोना संभव ही नहीं था. इन गाडियों को लगभग ढ़ाई लाख ई चालान जारी कर दिये गये.

किन गाड़ियों से ढोया कितना बालू

  1. सीएजी की रिपोर्ट के मुताबिक बाइक औऱ स्कूटर को भी बालू ढ़ोने के लिए 62 हजार 843 ई चालान जारी किया गया. बाइक औऱ स्कूटर से 6 लाख 44 हजार टन से ज्यादा बालू ढ़ोया गया.
  2. ऑटो रिक्शा से बालू ढ़ोने के लिए 39 हजार से ज्यादा ई-चालान बनाये गये. ऑटो रिक्शा से 3 लाख 85 हजार टन से ज्यादा बालू ढ़ोया गया.
  3. बालू माफियाओं ने बस से बालू ढ़ोने के लिए 2 हजार 867 ई चालान जारी किये. सरकारी कागज में दर्ज है कि बस से 35 हजार 789 टन से ज्यादा बालू ढोया गया.
  4. छोटे मालवाहक यानि मिनी ट्रक से भी खूब बालू ढोया गया. उनसे बालू ढ़ोने के लिए लगभग सवा लाख ई चालान बनाये गये. सरकारी कागजातों के मुताबिक मिनी ट्रक से लगभग 11 लाख टन बालू ढोया गया.
  5. बालू माफियाओं औऱ ठेकेदारों ने एंबुलेंस से बालू ढ़ोने के 10 ई चालान बनाये. एंबुलेंस से 124 टन बालू ढ़ो लिया गया.
  6. इसी तरह जेसीबी से बालू ढ़ोने के लिए 12 ई चालान जारी किये गये. कागजातों के मुताबिक जेसीबी मशीन से लगभग 85 टन बालू ढोया गया.
  7. फायर बिग्रेड की गाड़ी तक से बालू ढ़ोने का चलान काटा गया. सरकारी दस्तावेज के मुताबिक फायर ब्रिगेड की गाड़ी से 8 टन बालू ढ़ोया गया.
  8. कार से भी बालू की भी खूब ढुलाई हुई. कार से बालू ढ़ोने के 9 हजार 245 ई चालान काटे गये. सरकारी कागजातों के मुताबिक मोटर कार से लगभग 87 हजार टन बालू ढ़ो लिया गया.

फरजीवाड़ा का यह आलम रहा कि एक गाड़ी को कायदे खिलाफ कई सौ बार बालू ढोने के लिए प्रयोग किया गया है।

सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में बिहार में अवैध बालू और पत्थर खनन पर कई अहम खुलासे किये हैं. देखना होगा कि सरकार इस पर कार्रवाई करेगी या फिर ये मामला भी बाकी घोटालों की तरह दबा दिया जायेगा.

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