तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। यूफ्लेक्स कंपनी के ठिकानों पर इनकम टैक्स डिपॉर्टमेंट की सर्च के 72 घंटे से भी अधिक बीत चुके हैं। दस्तावेजों में करीब 715 करोड़ के ट्रांजैक्शन की गड़बड़ी मिली है। इसके अलावा 40 शेल कंपनियों से करीब 635 करोड़ रुपए के ट्रांजैक्शन किए गए। अब तक तीन करोड़ रुपए और तीन परिसरों को सीज किया गया। 140 लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। इसमें से अधिकांश कंपनी के कर्मचारी है। देश में करीब 38 स्थानों पर सर्च पूरी हो चुकी है। अब दिल्ली-एनसीआर को मिलाकर 28 स्थानों पर सर्च की जा रही है। इसमें 100 से ज्यादा टीम लगी हुई है। चार दिन पहले इनकम टैक्स विभाग ने यूफ्लेक्स के मैन्यूफैक्च रिंग यूनिट, डायरेक्टर्स के घर, कॉपोर्रेट ऑफिस समेत देश भर में 70 स्थानों पर सर्च की थी। इसके बाद नोएडा में सर्च का दायरा बढ़ा और 32 स्थानों पर सर्च की गई। 72 घंटे बाद सर्च अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है। इस मामले में 140 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई। उनके लैपटॉप और मोबाइल और ट्रांजैक्शन की जानकारी ली गई। इसके अलावा विदेशी कंपनियों से हुए ट्रांजैक्शन को भी देखा जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक करीब एक हजार करोड़ की गड़बड़ी की आशंका है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक करीब 20 साल पहले हुई रेड में करीब 300 करोड़ रुपए और अचल संपत्ति को आईटी की टीम ने सीज किया था। और कई पॉलिटिकल एंगल भी मिले थे। ये भी कहा गया कि काफी पैसा बोरो में भरकर नालों में फेंका गया था।
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