तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। भाजपा नेता संबित पात्रा ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राहुल गांधी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अमेरिका में भारत का अपमान किया है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी विदेशी भूमि पर जाकर वही कर रहे हैं, जो वह कई दशकों से करते आ रहे हैं, भारत की बेइज्जती और भारत का अपमान। अमेरिका में राहुल गांधी ने भारत का अपमान किया है।
संबित पात्रा ने कहा कि आज से कांग्रेस के सभी बड़े नेता चोर मचाए शोर की तर्ज पर देश के भिन्न-भिन्न भागों में जाकर मां-बेटे को बचाने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। ईडी ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी को अपनी चार्जशीट में नामांकित किया है। उन दोनों के खिलाफ कोर्ट में जो कार्रवाई हो रही है, ऐसे में कांग्रेस पूरे देश में एक अशांत माहौल बनाने का प्रयास कर रही है।
भाजपा नेता ने कहा, “मैं राहुल से और देशवासियों से कहना चाहता हूं कि जो व्यक्ति और उनकी मां 50 हजार के मुचलके पर जमानत पर बाहर हों, वह विदेशी धरती पर जाकर हिंदुस्तान को अपमानित कर रहा है। लेकिन, अगर उन्हें लगता है कि लोग उन पर विश्वास करेंगे, तो यह उनका भ्रम है।”
2018 में जब मां-बेटे को नेशनल हेराल्ड केस में 50 हजार के मुचलके पर जमानत मिली थी। जमानत मिलने के बाद जश्न-ए-भ्रष्टाचार करते हुए बैंड बाजे के साथ मां-बेटे कोर्ट से अपने ऑफिस तक गए थे। उस समय भी हमने कहा था कि यह भ्रष्टाचार का जश्न है।
नेशनल हेराल्ड मामले में फर्जी विज्ञापनों से 38 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। फर्जी दान के जरिए 18 करोड़ रुपये आए, लेकिन कोई दानदाता सूची नहीं थी।
इसके अलावा, फर्जी अग्रिम किराया भी था; कई कंपनियों ने दावा किया कि वे वाणिज्यिक परियोजनाएं शुरू करेंगी, लेकिन जांच में कुछ नहीं मिला। पूरी योजना मां-बेटे की जोड़ी के नियंत्रण में थी।
ईडी के अनुसार, 988 करोड़ रुपये का बोगस डोनेशन आखिरकार मां-बेटे (राहुल गांधी-सोनिया गांधी) की जेब में गया है। मां-बेटे को लगता है कि वे बच जाएंगे तो यह गलत है। कानून के हाथ लंबे होते हैं, उनसे यह बचने वाले नहीं हैं।
उन्होंने आगे कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 240 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को केवल 99 सीटें मिलीं। फिर भी, उन्होंने जश्न मनाया और दावा किया कि यह भाजपा की हार है। तो क्या चुनाव आयोग ने कांग्रेस से समझौता किया? अयोध्या चुनाव में भी उन्होंने आपकी जीत का जश्न मनाया। यह कैसे संभव हुआ? यह इसलिए संभव हुआ क्योंकि भारत में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव होते हैं। विदेश में भारत का अपमान करने वाले राहुल गांधी को याद रखना चाहिए कि वे 50,000 की जमानत पर बाहर हैं।
राहुल गांधी की यही हताशा है कि आज वह विदेशी भूमि पर जाकर भारत और भारत के महान लोकतंत्र को अपमानित कर रहे हैं और बदनाम कर रहे हैं। राहुल अमेरिका में जाकर इलेक्शन कमीशन को कंप्रोमाइज बताते हैं। वह कहते हैं कि महाराष्ट्र के चुनाव में जो मतदान हुआ, वह एक प्रकार से फर्जीवाड़ा था। महाराष्ट्र में भाजपा और उनके सहयोगियों को नहीं जितना था। लेकिन मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि उसी समय झारखंड में भी चुनाव था, क्या आपने और हेमंत सोरेन ने इलेक्शन कमीशन से समझौता किया था?
कांग्रेस का ईडी के प्रति गुस्सा चुनाव आयोग पर भी है। इससे कुछ हासिल नहीं होने वाला, क्योंकि ईडी जैसी एजेंसियां तथ्यों के आधार पर काम करती हैं और यह एक खुला मामला है। मां-बेटे (सोनिया-राहुल गांधी) अपराध की कमाई के साथ पकड़े जाएंगे और उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
दरअसल, अमेरिका दौरे पर ब्राउन यूनिवर्सिटी पहुंचे राहुल गांधी ने मंच से निर्वाचन आयोग की कार्यशैली पर सवाल उठाए। यहां उन्होंने पिछले साल हुए महाराष्ट्र चुनाव का उदाहरण देते हुए देश की चुनाव प्रणाली और चुनाव आयोग की मंशा को कटघरे में खड़ा किया।