तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर शनिवार को बैठकों का दौर जारी है। एक ओर जहां कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में उम्मीदवार का नाम तय कर लिया है, वहीं झारखंड को लेकर हेमंत सोरेन के साथ देर रात बैठक होगी। सूत्रों के अनुसार मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने राज्यसभा के लिए उम्मीदवार का नाम तय कर दिया हैं। कांग्रेस की तरफ से एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील विवेक तन्खा राज्यसभा भेजे जाएंगे।
मध्य प्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटें खाली हो रही हैं। इसमें दो सीट बीजेपी और एक सीट कांग्रेस के खाते में जा रही है। कांग्रेस की तरफ से विवेक तन्खा का कार्यकाल 29 जून को समाप्त हो रहा है। तन्खा की जगह को लेकर पार्टी की तरफ से असमंजस की स्थिति बनी हुई थी।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात के बाद छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने शनिवार को कहा, राज्यसभा चुनाव के संबंध में चर्चा हुई, इसमें किसको नामित करना है ये कांग्रेस अध्यक्ष का अधिकार है इसलिए हम यहां आए और वो इस पर निर्णय लेकर बताएंगी। वो जिसे भी चुनेंगी हमें वो स्वीकार है। 31 मई से पहले नाम पता चल जाएगा।
इसके साथ ही कांग्रेस की तरफ से राज्यसभा के लिए दो और उम्मीदवारों के नाम तय किया गया है। कर्नाटक जयराम रमेश और तमिलनाडु से पी चिदम्बत का चयन किया गया है।
वहीं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दिल्ली पहुंच गए हैं कुछ ही देर में वो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे।
दरअसल झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने शनिवार को आगामी राज्यसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार खड़ा करने का फैसला किया। पार्टी के एक नेता ने बताया कि यह निर्णय झामुमो के विधायक दल की बैठक में लिया गया। प्रत्याशी के नाम का एलान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी के साथ मुलाकात के बाद किया जाएगा।
देश के 15 राज्यों की 57 राज्यसभा सीटों पर हो रहे चुनाव के लिए मंगलवार को अधिसूचना जारी होगी। इसके साथ ही नामांकन दाखिल करने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। नामांकन 31 मई तक दाखिल किए जा सकेंगे। राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को अधिकतम 9 सीटें मिल सकती हैं। प्रत्याशियों के चयन में जितनी ज्यादा माथापच्ची भाजपा में देखने को मिल रही है, उससे ज्यादा परेशानी कांग्रेस के खेमे में नजर आ रही है। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ की राज्यसभा सीटों के चुनावों में सीधी टक्कर भाजपा और कांग्रेस के बीच में ही है।