तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार के नवादा जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में दलितों पर किए गए हमले को लेकर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि नवादा में दलितों पर हमला करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इस घटना के पीछे राजद के लोगों की संलिप्तता के सुराग मिल रहे हैं और वही लोग दलितों को डराने और अपमानित करने में लगे हैं।
चौधरी ने कहा कि नवादा की घटना के बाद पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की है। 28 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की और 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है। राजद दबंगों और अपराधियों को संरक्षण देकर राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगाड़ने की जो साजिश कर रहा है, वह कभी सफल नहीं होगी।
बता दें कि बिहार के नवादा जिले के देदौर के कृष्णा नगर महादलित टोला में बुधवार को पास के ही गांव के कुछ लोगों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी और 40- 50 घरों में आग लगा दी। महादलितों का पूरा गांव चंद घंटों में राख में तब्दील हो गया। सैकड़ों लोग बेघर हो गए। अब इस घटना को लेकर राजनीति शुरू हो गई है।
भाजपा के सम्राट चौधरी के पहले हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने भी इस घटना के पीछे राजद का हाथ होने का आरोप लगाया था।
उपमुख्यमंत्री चौधरी ने दरभंगा में अगले महीने एम्स का शिलान्यास करने की घोषणा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा का आभार प्रकट किया और कहा कि पटना के बाद दरभंगा में बिहार को दूसरा एम्स मिलना एनडीए की डबल इंजन सरकार का दशहरा गिफ्ट है।
उन्होंने कहा कि लो लैंड एरिया में भवन निर्माण की चुनौती को देखते हुए केंद्र सरकार ने दरभंगा एम्स के निर्माण की जिम्मेदारी आईआईटी दिल्ली को सौंपी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एम्स के लिए जमीन उपलब्ध कराने की अड़चन दूर करने में बड़ी भूमिका निभाई है। दरभंगा एम्स बनने से उत्तर बिहार के करोड़ों लोगों का सपना पूरा होगा।