तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को राजस्थान में 19 नए जिलों और तीन डिविजन का उद्घाटन किया।
उद्घाटन समारोह नए जिला मुख्यालयों पर आयोजित किये गए और सीएम गहलोत बिड़ला ऑडिटोरियम से वीडियो कॉन्फ्रेंस (वीसी) के माध्यम से समारोहों में शामिल हुए। नए जिलों के उद्घाटन से पहले सीएम गहलोत ने पूजा-अर्चना और हवन किया।
राजस्व मंत्री रामलाल जाट भी वीसी के जरिये समारोह से जुड़े।
सरकार ने हाल ही में 19 नए जिलों और तीन नए डिविजन के गठन की अधिसूचना जारी की थी। इनमें जयपुर और जोधपुर पुराने जिले हैं, लेकिन उनके लिए भी अधिसूचना जारी की गई है। गजट नोटिफिकेशन के बाद अब राज्य में 50 जिले और 10 डिविजन हो गये हैं।
पहले 33 जिले और सात डिविजन थे। चूंकि जयपुर और जोधपुर जिले पहले से ही थे, इसलिए वास्तव में 17 नये जिले ही बनाये गये हैं।
नए जिलों की घोषणा के समय जयपुर को जयपुर उत्तर और जयपुर दक्षिण तथा जोधपुर को जोधपुर उत्तर और जोधपुर दक्षिण में बांटने की घोषणा की गई थी। हालांकि विरोध के बाद, सरकार ने सुरक्षित रास्ता अपनाया और जयपुर और जोधपुर जिलों को बरकरार रखते हुए जयपुर ग्रामीण और जोधपुर ग्रामीण नाम से नए जिले बनाए गए।
राज्य में नए जिले हैं–अनूपगढ़, बालोतरा, ब्यावर, केकड़ी, जयपुर ग्रामीण, दूदू, कोटपूतली-बहरोड़, नीम का थाना, खैरथल-तिजारा, सांचौर, डीडवाना-कुचामन, शाहपुरा, जोधपुर ग्रामीण, फलोदी, सलूम्बर, गंगापुर शहर, और डीग।
राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि चुनावी साल में नए जिले बनाकर गहलोत सरकार ने राजनीतिक कहानी बदलने की कोशिश की है। ब्यावर, कोटपुतली-बहरोड़, नीम का थाना, बालोतरा, डीडवाना-कुचामन, फलोदी सहित कई ऐसे जिले हैं, जहां पिछले चार दशकों से मांग की जा रही थी। जनता की लोकप्रिय मांग पूरी कर गहलोत सरकार चुनावी साल में सियासी माहौल को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रही है।
जिलों के उद्घाटन समारोह में सभी धर्मों के अनुष्ठान शामिल थे। नये जिलों के गठन को मंजूरी देने के साथ ही उनके मुख्यालय भी तय कर दिये गये हैं। जयपुर ग्रामीण और जयपुर दोनों जिलों का मुख्यालय जयपुर में रहेगा। इसी तरह जोधपुर एवं जोधपुर ग्रामीण दोनों का मुख्यालय जोधपुर में ही रहेगा।
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