तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक बड़ा रेल हादसा टल गया। एलपीजी सिलेंडर अनवरगंज-कासगंज रेलवे ट्रैक पर रखा गया था। लोको पायलट की सूझबूझ से अनहोनी टल गई।
जानकारी के अनुसार, दुर्घटनास्थल से एलपीजी सिलेंडर के पास से पेट्रोल की बोतल और माचिस भी मिला है। बताया जा रहा है कालिंदी एक्सप्रेस का इंजन ट्रैक पर रखे एलपीजी सिलेंडर से टकरा गया। सिलेंडर रेल इंजन से टकराने के बाद उछलकर दूर जा गिरा और फटने से बच गया। सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए।
आरपीएफ और जीआरपी पूरे मामले की जांच में जुटी है। एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जांच टीम साक्ष्य जुटा रही है। रविवार (8 सितंबर) शाम से रात 8:30 बजे तक मौके पर सक्रिय फोन नंबरों को ट्रेस किया जा रहा है।
बता दें कि पिछले महीने 17 अगस्त को उत्तर प्रदेश के कानपुर में साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन के 22 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इसकी पुष्टि रेलवे बोर्ड ने की थी।
हादसा 17 अगस्त की देर रात 2:30 बजे कानपुर रेलवे स्टेशन के पास हुआ था। तब वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस (19168) गोविंदपुरी के पास पटरी से उतर गई थी। इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ था।
रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया था, “लोको पायलट के अनुसार, इंजन के कैटल गार्ड (अगले हिस्से) पर एक पत्थर गिर गया, जिसके कारण वह बुरी तरह क्षतिग्रस्त होकर पलट गया।”
पुलिस अग्निशमन अधिकारी दीपक शर्मा ने बताया था कि ट्रेन के पटरी से उतरने की सूचना मिलने के बाद पांच दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया था। यह ट्रेन वाराणसी से साबरमती जा रही थी। कानपुर में इस ट्रेन के कुछ डिब्बे पटरी से उतर गए थे।
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