तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार में सूखे से निपटने के लिए किसानों को डीजल अनुदान देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। हालांकि, इसकी रफ्तार अभी धीमी है।
बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडेय का दावा है कि जल्द ही यह रफ्तार पकड़ेगी। अभी तक करीब 12 से 13 लाख रुपये किसानों में अनुदान के बांटे गए हैं। कृषि मंत्री पांडेय ने बुधवार को बताया कि 26 जुलाई से डीजल अनुदान देने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
उन्होंने कहा कि इस साल पोर्टल के जरिए किसान आवेदन कर रहे हैं और इसके बाद उसकी जांच कर राशि का भुगतान किया जा रहा है। अब तक 12 से 13 लाख रुपए की राशि बांटी गई है। किसान कृषि विभाग के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं। अब तक 32 हजार किसानों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवा लिया है। जांच करने के बाद ही राशि का भुगतान किया जाता है, जिसमें थोड़ा समय लगता है।
कृषि मंत्री ने आगे बताया कि दो से चार दिनों में प्रदेश के सभी जिलों में अच्छी बारिश हुई है, इस कारण किसान धान की रोपाई करने में लगे हैं। अगले एक सप्ताह में 90 फीसदी तक रोपाई हो जाने की संभावना है।
कृषि मंत्री ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि इस साल दक्षिण बिहार में बारिश कम हुई है, जिससे धान की रोपाई कम हुई है। पांच सबसे कम धान की रोपाई वाले जिलों में जमुई में अब तक 46.60 फीसदी ही रोपाई हो सकी है। इसी तरह गया में 57.44 प्रतिशत, नवादा में 58.42 प्रतिशत और औरंगाबाद जिला में 58.55 फीसदी धान की रोपाई हो चुकी है। बिहार में कई ऐसे जिले हैं, जहां 100 प्रतिशत धान की रोपाई हो चुकी है। इन जिलों में कटिहार, सहरसा, किशनगंज, गोपालगंज और अररिया पहले पांच जिले हैं। इन जिलों में अच्छी बारिश हुई है, जिस कारण किसान धान की रोपनी कर चुके हैं।