तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार की राजधानी पटना में जलजमाव ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। इधर, गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने के बाद नदी का पानी मरीन ड्राइव के नजदीक पहुंच गया है।
जल निकासी को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं।
नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा अब राजधानी के पाटलिपुत्र कॉलोनी, गोसाई टोला, नेहरू नगर सहित कई अन्य इलाकों से जल निकासी को लेकर प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। नगर निगम द्वारा नालों की सफाई एवं उड़ाही का काम किया जाता है तथा बिहार शहरी आधारभूत अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (बुडको) द्वारा पंप के माध्यम से पानी को निकालने का कार्य शुरू किया गया है।
पाटलिपुत्र, नेहरू नगर एवं गोसाई टोला क्षेत्र में जल निकासी के लिए उच्च क्षमता के दो अतिरिक्त ट्रॉली माउन्टेड पम्प लगाकर निकासी कराए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
इसके अलावा, नगर आयुक्त, पटना नगर निगम को नोट्रेडम एकेडमी स्कूल के पास दो अतिरिक्त पम्प लगा कर पानी निकालने का भी निर्देश दिया गया है।
गंगा नदी के रिसाव को कम करने के लिए पाटलिपुत्र स्लुईस गेट बंद कर दिया गया है। गोसाई टोला में भविष्य में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न न हो, इसके लिए स्टैण्ड बाई पम्प की भी उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाएगी।
बताया गया है कि आनंदपुरी नाला को अतिक्रमण मुक्त रखने का काम तथा पुनः सफाई कार्य भी कराया जाएगा। जल निकासी को लेकर उच्च क्षमता के 20 पंप किराए पर रखे जाएंगे जिससे पटना शहर के सभी क्षेत्रों से त्वरित जल निकासी हो सके। जलजमाव से लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
इधर गंगा नदी, गंगा पथ के पास पहुंच गई है। इसके अलावा सभी घाट पानी में डूब गए हैं। आसपास के लोग डरे सहमे हैं।