तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार में ‘बिजली’ को लेकर सियासत शुरू हो गई है। बिजली को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ गए हैं। राजद नेता तेजस्वी यादव ने समस्तीपुर में कहा था कि बिहार में लोगों को महंगी बिजली दी जा रही है।
तेजस्वी यादव के इस बयान के बाद सत्ता पक्ष का कहना है कि कई राज्यों से बिजली बिहार में सस्ती है। बिहार के ऊर्जा, योजना और विकास मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि विपक्ष के नेता को पहले जानकारी ले लेनी चाहिए थी।
उन्होंने दावा किया कि सरकार की ओर से हर वर्ष बिजली के लिए अनुदान दिया जाता है। भाजपा प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने कहा कि बिहार में बिजली दर घरेलू ग्रामीण के लिए जहां 2.45 रुपए प्रति यूनिट है, वहीं पश्चिम बंगाल में 4.10 रुपए है।
इसी तरह बिहार में कृषि के लिए किसानों को 55 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली उपलब्ध कराई जाती है, वहीं पश्चिम बंगाल में यह दर 3.97 रुपए है। शहरी घरेलू बिजली दर में भी प्रति यूनिट बिजली का दर पश्चिम बंगाल से यहां कम है।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव पश्चिम बंगाल जाते रहते हैं, उन्हें वहां की सरकार को बिजली की दर कम करने की सलाह देनी चाहिए। बिहार में सरकार बिजली कंपनियों को अनुदान देती हैं, जिससे उपभोक्ताओं को सस्ते दर पर बिजली मिल रही है।
तेजस्वी यादव के सरकार बनने पर 200 यूनिट बिजली मुफ्त दिए जाने की घोषणा पर उन्होंने कहा कि उन्हें शायद यह भी जानकारी नहीं है कि राजद में बिहार के लोग बिजली आई और गई की बात किया करते थे। आज गांव-गांव तक बिजली पहुंच गई है।
बता दें कि समस्तीपुर में बुधवार को तेजस्वी यादव ने कहा था कि हमारी सरकार बनी तो हम 200 यूनिट फ्री बिजली देंगे। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता महंगी बिजली बिल तथा स्मार्ट मीटर की गड़बड़ियों से त्रस्त है। हमारी सरकार आने पर 200 यूनिट फ्री बिजली दी जाएगी।
यह भी पढ़े: बिहार में अब वेब और मोबाइल आधारित प्लेटफॉर्म के माध्यम से होगा ट्रैफिक प्रबंधन