तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। पूर्णिया में चुनावी रैली को संबोधित करने के दौरान राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने बीते सोमवार को इंडिया गठबंधन की ओर से प्रत्याशी बीमा भारती के समर्थन में चुनाव प्रचार किया था। इस दौरान उन्होंने यहां तक कह दिया था कि इंडिया गठबंधन का समर्थन नहीं कर चाहते हैं, तो कोई बात नहीं, एनडीए को कीजिए।
उनके इसी बयान पर अब सियासी घमासान शुरू हो गया है। दरअसल, सियासी गलियारों में चर्चा है कि अब तेजस्वी यादव ने यह बयान पप्पू यादव को पराजित करने के मकसद से दिया था, जिस पर अब पप्पू यादव ने पलटवार किया है।
उन्होंने तेजस्वी यादव को बिच्छू बताया और नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें अपने पिता लालू प्रसाद से सीखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी राजा हैं, हम रंक हैं और रंक के मुंह से राजा के बारे में कुछ भी कहना उचित नहीं होगा।
पप्पू यादव ने कहा कि राहुल गांधी का लक्ष्य देश है। लेकिन, तेजस्वी का लक्ष्य कुर्सी है। उन्हें संविधान बचाने से कोई मतलब नहीं है, वह तो बीजेपी का प्रचार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि शीशे के घर में रखकर तेजस्वी पत्थर फेंकने का काम कर रहे हैं। अब तो खुलेआम एनडीए को वोट देने की अपील करते हैं। इससे उनकी मानसिकता समझ में आ रही है।
इससे पहले तेजस्वी यादव ने अपनी राजनीतिक पार्टी जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया था, लेकिन इंडिया गठबंधन की ओर से पूर्णिया से उन्हें नहीं, बल्कि बीमा भारती को टिकट दिया गया, जिससे उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया। इसके बाद उन्होंने पूर्णिया से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया।