तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार विधानमंडल के बजट सत्र की कार्यवाही होली पर्व के बाद सोमवार को शुरू हुई। बजट सत्र के 10वें दिन भी विपक्ष ने सदन के बाहर और अंदर सरकार को घेरने की कोशिश की। विपक्ष ने प्रदेश में आपराधिक घटनाओं में तेजी का आरोप लगाते हुए सदन की कार्यवाही शुरू होने के पहले परिसर में और कार्यवाही शुरू होने के बाद सदन के अंदर हंगामा किया।
विपक्ष के सदस्य तख्तियां लेकर विधानसभा पहुंचे और परिसर में जमकर नारेबाजी की। होली के दौरान मुंगेर में दारोगा की हत्या, अररिया में दारोगा की हत्या सहित कुछ अन्य जगहों पर पुलिस वालों पर हमले की घटना को लेकर नीतीश सरकार के खिलाफ विपक्ष का आक्रामक रुख दिखा।
राजद के विधायक मुकेश रौशन ने कहा कि बिहार में खून की होली हुई। यहां कानून का राज कहने को है। भाजपा के लोग उन्मादी बात करते हैं। सत्ता में बैठे लोग ही अपराधी को संरक्षण दे रहे हैं। विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि होली के दौरान मुंगेर में दारोगा की हत्या, अररिया में दारोगा की हत्या, कई स्थानों पर पुलिस वालों पर हमला। जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं है तो आम लोगों की क्या स्थिति है। अपराधी खुलेआम घटना को अंजाम देकर घूम रहे हैं। यहां सही अर्थों में सरकार नाम की चीज नहीं है। कानून का राज समाप्त हो गया है।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष हंगामा शुरू कर दिया। विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव इस दौरान विपक्षी सदस्यों को अपने स्थान पर बैठने को लेकर आग्रह करते रहे लेकिन विपक्ष हंगामा करता रहा। विपक्षी विधायकों ने प्लेकार्ड लेकर वेल में प्रवेश किया, जिन्हें मार्शल्स ने छीन लिया। हालांकि इस दौरान प्रश्नकाल चलता रहा।