तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने करीब पांच वषरें के बाद सोमवार को एकबार फिर जनता दरबार लगाया। इस जनता दरबार में बड़ी संख्या में फरियादी अपनी समस्या लेकर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने सभी की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इस जनता दरबार में एक फरियादी ने ब्लैक फंगस का लक्षण की आशंका जताई, जिसके बाद मुख्यमंत्री भी असहज हो गए।
नीतीश कुमार के काफी दिनों बाद लगाए गए जनता दरबार में फरियादियों की संख्या भी खूब देखी गई। लोगों की अधिकांश शिकायत शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग को लेकर देखी गई। कई लोगों ने रोजगार को लेकर भी समस्याएं रखी।
जनता दरबार में उस समय लोग असहज हो गए, जब मुख्यमंत्री के सामने शिकायतकर्ता बन बैठे एक फरियादी ने कहा, “मुझे अपने भीतर ब्लैक फंगस का लक्षण लग रहा है।”
फरियादी के इस बात को सुनते हुए मुख्यमंत्री भी असहज दिखे और उसे जल्द स्वाथ्य विभाग के पास भेज दिया गया। बाद में फरियादी ने कहा कि उसको ब्लैक फंगस के लक्षण लग रहे हैं, समुचित इलाज करवाया जाए।
मुख्यमंत्री ने जनता दरबार में स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण, विज्ञान और प्रावैधिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, कला संस्कृति, वित्त, श्रम संसाधन और सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़े मामलों पर शिकायतें सुनी। इस जनता दरबार में इन विभागों के मंत्री और अधिकारी भी मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार पहली सरकारों में भी जनता दरबार लगाया करते थे, लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया था।