तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। देश के गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कांग्रेस, राजद और बिहार के मुख्यमंत्री पर जोरदार सियासी हमला बोला है। उन्होंने नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें हर तीन साल पर प्रधानमंत्री बनने का सपना आता है। उन्होंने कहा कि राजनीति में पारदर्शिता जरूरी है, इस कारण नीतीश कुमार को तेजस्वी यादव को कब मुख्यमंत्री बनाएंगे, उसकी तिथि उन्हे बतानी चाहिए।
बिहार के वाल्मीकिनगर में जैन साहू उच्च विद्यालय प्रांगण में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने साफ कहा कि नीतीश कुमार के लिए भाजपा के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो गए।
अमित शाह ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को जदयू से अधिक सीटें यहां की जनता ने दी थी, उसके बावजूद हमने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया, क्योंकि हमने वादा किया था। लेकिन,नीतीश को हर तीन साल में पीएम बनने का सपना आता है।
उन्होंने कहा कि जयप्रकाश नारायण जिस कांग्रेस के खिलाफ लड़े। नीतीश ने जिस जंगलराज के खिलाफ लड़कर भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई, उन्हीं जंगल राज के प्रणेता लालू यादव की गोद में जाकर बैठ गए हैं।
उन्होंने सपष्ट लहजे में कहा कि नीतीश कुमार आया राम-गया राम बहुत कर लिए हैं, अब भाजपा के दरवाजे उनके लिए हमेशा के लिए बंद हो गए हैं।
भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने जदयू और राजद गठबंधन को पानी और तेल जैसा बताते हुए कहा कि जिस प्रकार तेल और पानी कभी नही मिलता उसी प्रकार यह गठबंधन है। राजद तेल है तो जदयू पानी है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनने की महत्वकांक्षा में नीतीश कुमार ने राजद और कांग्रेस से मिलकर बिहार का बंटाधार कर दिया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने उन्हें पीएम बनने का झुनझुना पकड़ाया है, उनके लिए नया विमान भी खरीद रहे हैं, लेकिन केंद्र में जगह खाली नहीं है। 2024 में फिर मोदी आने वाले हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कटाक्ष करते हुए कहा कि नीतीश ने लालू के बेटे को सीएम बनाने का वादा किया है, लेकिन नीतीश तारीख नहीं बता रहे हैं। लोकतंत्र में पारदर्शिता होनी चाहिए, अगर वादा किया है तो तारीख बताएं कि तेजस्वी को कब मुख्यमंत्री बनाएंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि राजद के विधायक रोज मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी तो आधा जंगल राज आया है, तेजस्वी के आने से बिहार में पूरा जंगलराज आ जाएगा।
शाह ने केंद्र की कई योजनाओं के लिए भूमि नहीं उपलब्ध कराने का भी आरोप बिहार सरकार पर लगाया।
शाह ने कहा कि लालू यादव पहले केंद्र में मंत्री थे और अब नीतीश कुमार भी उनकी गोदी में बैठे हैं।
उन्होंने दावा करते हर कहा कि केंद्र में जब यूपीए की सरकार थी तब बिहार को सिर्फ 50 हजार करोड़ रुपये दिए थे, नरेंद्र मोदी की सरकार ने 2014 से 19 तक 1 लाख 9 हजार करोड़ बिहार को दिए।
उन्होंने नीतीश कुमार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मैं तो मोदी का हिसाब लेकर आया हूं,अगर आप में साहस है तो राजद और कांग्रेस का हिसाब जनता के सामने रखें।
यह भी पढ़े: एमपी बस हादसा : मरने वालों की संख्या हुई 15, मुख्यमंत्री ने की 10 लाख मुआवजे की घोषणा