तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने बिहार विधानसभा की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। उनके इस बयान से बिहार में सियासी सरगर्मियां बढ़ गई हैं। जनता दल यूनाइटेड ने 2010 के मॉडल का जिक्र छेड़ दिया है। पार्टी के एमएलसी खालिद अनवर ने कहा कि गठबंधन की मजबूती के लिए यह जरूरी है।
जनता दल (यूनाइटेड) के नेता अनवर ने बातचीत के दौरान कहा कि एनडीए को बिहार में मजबूत प्रदर्शन करना चाहिए और इसके लिए 2010 के सीट बंटवारे के मॉडल को अपनाना चाहिए। अनवर ने कहा, “चिराग जी हाल ही में एनडीए में शामिल हुए हैं। हमारा लक्ष्य एनडीए को अधिक से अधिक सीटें जिताना है। बिहार में जेडीयू का आधार और पकड़ मजबूत है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में हम पहले से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि 2020 के फार्मूले को छोड़कर 2010 का मॉडल अपनाया जाएगा, जब एनडीए ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राजद को मात्र 20 सीटों पर समेट दिया था। अनवर ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में जीत का फार्मूला तैयार होगा। 2010 में राजग ने 206 सीटें हासिल की थीं।
चिराग पासवान ने हाल ही में आरा में आयोजित एक रैली में कहा था कि उनकी पार्टी सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, हालांकि बाद में उन्होंने स्पष्ट किया कि यह एनडीए को मजबूत करने के लिए होगा। इस बयान से एनडीए के भीतर सीट बंटवारे को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
जेडीयू का कहना है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए का गठबंधन अटूट है और बिहार में मजबूत प्रदर्शन करेगा। अनवर ने कहा, “हमें विश्वास है कि नीतीश के नेतृत्व में एनडीए न केवल जीत हासिल करेगा, बल्कि पहले से कहीं अधिक सीटें जीतेगा।”
चिराग के बयान को कुछ लोग गठबंधन में सीटों की मोलभाव की रणनीति मान रहे हैं, लेकिन जेडीयू ने इसे सहयोगी दलों के बीच समन्वय का हिस्सा बताया।