(अब्दुल मोबीन)
बिहार में राज्यसभा चुनाव के लिए एनडीए और महागठबंधन के छः उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल कर दिया है। जेडीयू से संजय झा, भाजपा से भीम सिंह एवं धर्मशीला गुप्ता, राजद से मनोज झा और संजय यादव वहीं कोंग्रेस से अखिलेश सिंह ने अपना नामांक दाखिल कर दिया है।
बिहार से राज्यसभा की छह सीटों के लिए चुनाव हो रहा है। इसके लिए नामांकन दालिख करने की अंतिम तिथि 15 फरवरी है। और 27 फरवरी को राज्यसभा सदस्य पद के लिए चुनाव होना है। विधायकों की संख्या के आधार पर राज्य की छह में तीन-तीन राज्यसभा की सीटें एनडीए और महागठबंधन की झोली में जाएंगी। इनमें भाजपा के दो, राजद के दो और जदयू की एक सीट तय मानी जा रही है। वहीं, छठी सीट महागठबंधन में कांग्रेस के पास जाएगी, इसको लेकर अखिलेश सिंह ने नामांकन किया है।
आइए जानते हैं बिहार से किस पार्टी से कौन राज्यसभा जाएंगे:
एनडीए से भीम सिंह
मालूम हो कि, एनडीए उम्मीदवारों में से भीम सिंह अतिपिछड़ा चंद्रवंशी समुदाय से आते हैं। कर्पूरी ठाकुर की ओर से आरक्षण लागू किए जाने का समर्थन कर राजनीति में प्रवेश करने वाले भीम सिंह लोकदल के छात्र अध्यक्ष तो समता पार्टी में युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रहे। राजद और जदयू में भीरहे। दो बार एमएलसी रहे। ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज, उद्योग विभाग के मंत्री रहे। जीतन राम मांझी का साथ देकर इन्होंने जदयू से नाता तोड़ा। अपने विधान परिषद के दूसरे टर्म में तीन साल का कार्यकाल बचे रहने पर भी इन्होंने अपनी सदस्यता छोड़ दी। वर्ष 2015 में इन्होंने भाजपा का दामन थामा और अभी वे प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष के पद पर हैं।
एनडीए से धर्मशीला गुप्ता
डॉ. गुप्ता दरभंगा के डॉ नागेंद्र झा महिला विद्यालय में सामाजिक विज्ञान की शिक्षिका हैं। उन्होंने अपना राजनीतिक जीवन भाजपा में एक साधारण कार्यकर्ता के रूप में शुरू किया। इसके बाद जो निरंतर अपने काम की बदौलत पार्टी में उनका कद लगातार बढ़ती गईं। डॉ गुप्ता पहली बार दरभंगा नगर निगम के चुनाव में भाग्य आजमाने उतरीं थी। इसमें उन्होंने बतौर वार्ड पार्षद चुनाव जीत लिया। इसके बाद समय-समय पर पार्टी में भी उनका कद बढ़ता गया। उन्हें दरभंगा जिला भाजपा महिला का जिलाध्यक्ष बनाया गया। लेकिन, राजनीतिक सफर अगले कदम पर बढ़ने के लिए वह लगातार प्रयासरत रहीं। पार्टी ने उन्हें कोल इंडिया का सदस्य बनाया है। अभी भी डाॅ. गुप्ता कोल इंडिया की सदस्य हैं। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष भी हैं और डॉ धर्मशीला गुप्ता 2022 के दरभगा नगर निगम के चुनाव में मेयर के पद पर चुनाव लड़ी थी लेकिन यह चुनाव वह जदयू समर्थित उम्मीदवार अंजुम आरा से चुनाव हार गई थीं।
जदयू से संजय झा
संजय झा नीतीश कुमार के साथ सभी अहम राजनीतिक बैठकों में उनके साथ रहते हैं जो पटना या बाहर आयोजित की जाती है। वाजपेयी-आडवाणी युग के बाद से जब अरुण जेटली बिहार मामलों के प्रभारी थे, तभी संजय झा एक ऐसे व्यक्ति के रूप में प्रमुखता से उभरे जो नीतीश और वरिष्ठ भाजपा नेताओं के साथ समान सहजता और विश्वास के साथ जुड़े थे। ऐसे में राज्यसभा में झा के जाने का मतलब है कि वह राष्ट्रीय राजधानी में नीतीश के दूत के रूप में काम करेंगे, जब अगले कुछ महीनों में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत करनी होगी और गठबंधन को मजबूत बनाना होगा।
राजद से मनोज झा
राजद की ओर से मनोज झा को दूसरी बार राज्यसभा भेजा जा रहा है। मालूम हो कि मनोज झा राजद में बड़ा कद रखते हैं। पार्टी ने उन्हें एक बार फिर मौका दिया है। वे पूर्व में भी सदन में अपने कई भाषणों को लेकर चर्चा में रहे हैं।
बीते साल ‘ठाकुर का कुआं’ कविता के वाचन के बाद उनके खिलाफ कई पार्टियों और राजपूत समाज ने मोर्चा खोला था। हालांकि, राजद अपने नेता के बचाव में दृढ़ता के साथ खड़ी रही थी।
राजद से संजय यादव
हरियाणा के रहने वाले संजय यादव राजद नेता तेजस्वी यादव के साथी और उनके पीए हैं। वे तेजस्वी यादव के सलाहकार के तौर पर काम करते हैं। तेजस्वी यादव का सारा काम वही देखते हैं। संजय यादव लंबे समय से तेजस्वी के साथ जुड़े हुए हैं। वो राजद और तेजस्वी के सोशल मीडिया को देखते हैं।
बता दें, बिहार की 6 राज्यसभा सीटों के लिए 27 फरवरी को चुनाव होना है। NDA और महागठबंधन के खाते में 3-3 सीटे हैं। जेडीयू से संजय झा और बीजेपी से भीम सिंह, धर्मशीला गुप्ता ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। वही महागठबंधन से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह भी नामांकन कर चुके है। वही राजद कोटे से दो उम्मीदवार मनोज झा और संजय यादव 15 फरवरी को नामांकन दाखिल करेंगे।
कोंग्रेस से अखिलेश सिंह
कांग्रेस की बिहार इकाई के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह को पार्टी फिर से राज्यसभा भेज रही है। इस से पुर्व भी अखिलेश सिंह राज्यसभा सांसद थे और इस बार भी कोंग्रेस ने उन पर भरोसा जताया है।