तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने राज्य भर के आयुक्तों और जिलाधिकारियों को स्वास्थ्य सुविधाओं पर मॉक ड्रिल करने का निर्देश दिया है। यह देश में ओमिक्रॉन मामलों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर कोविड की तैयारियों का आकलन करने के लिए बनाया गया है। इसमें राज्य में बेड, उपकरण, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर की उपलब्धता शामिल होगी।
मुख्य सचिव ने कहा, “सभी जिलाधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से अस्पतालों का निरीक्षण करना चाहिए और तदनुसार उपाय करना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि पब्लिक एड्रेस सिस्टम और एकीकृत नियंत्रण कक्ष को भी बिना किसी देरी के सक्रिय किया जाना चाहिए।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल को लागू करने और मास्किंग और सामाजिक दूरी के मानदंडों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए भी कहा।
मुख्य सचिव ने गोरक्षा केंद्रों और रैन बसेरों की व्यवस्थाओं की भी समीक्षा की। तिवारी ने जिलाधिकारियों से इन स्थानों का साप्ताहिक भौतिक निरीक्षण सुनिश्चित करने को कहा।
इस बीच, मुख्य सचिव ने कहा कि सरकार ने सार्वजनिक सेवा वितरण में सुधार की ²ष्टि से 20 से 25 दिसंबर तक ‘सुशासन सप्ताह’ मनाने का निर्णय लिया है।
आयुक्तों और जिलाधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि जनता की शिकायतों का शीघ्रता से और शिकायतकर्ताओं की संतुष्टि के अनुसार निपटारा किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को सुशासन सप्ताह के दौरान किए जाने वाले कार्यों की रिपोर्ट सामान्य प्रशासन विभाग को भेजने का भी निर्देश दिया।