तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। मुर्शिदाबाद हिंसा मामले को लेकर सामने आई फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार की परेशानी बढ़ा दी है। पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने अपने पूर्व के दावों की याद दिलाई। बोले, मैंने कहा था ये सारे काम लोकल कम्युनिटी के कुछ लोगों ने किए हैं। रिपोर्ट में तृणमूल कांग्रेस के एक काउंसलर महबूब आलम का भी नाम सामने आया है।
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने कहा था कि इसमें बाहरी लोगों का हाथ है, लेकिन फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट स्पष्ट रूप से दिखाती है कि ममता उस समय झूठ बोल रहीं थी। बंगाल की जनता को गुमराह करने के लिए ममता बनर्जी को माफी मांगनी चाहिए।
मामला इसी साल का है। पश्चिम बंगाल में अप्रैल में नए वक्फ बोर्ड कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान भीड़ उग्र हो गई थी। इसके बाद मुर्शिदाबाद में हिंसा हुई। इसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल हुए थे।
17 अप्रैल को हाईकोर्ट ने तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया था। इसमें राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग और राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के एक-एक सदस्य शामिल थे। इसी समिति की रिपोर्ट को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार सवालों के घेरे में है।
मजूमदार ने पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल के कश्मीर जाने पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, ” पहले मुर्शिदाबाद जाएं, फिर कश्मीर की यात्रा करें। ज्यादा गर्मी पड़ रही है इसलिए वे कश्मीर घूमने गए हैं।”
सुकांत मजूमदार ने हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के पाकिस्तानी जासूस होने के आरोपों पर कहा कि देश में बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो पासपोर्ट से भारतीय और दिल से पाकिस्तानी हैं। अब प्रशासन सख्त हुआ है, ऐसे लोगों को ढूंढा जा रहा है और उन्हें पकड़कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को हाल ही में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। 16 मई को ‘ट्रैवल विद जो’ नामक यूट्यूब चैनल चलाने वाली ज्योति को हिरासत में लिया गया था।
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