तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। भारत के दौरे पर आए मालदीव के राष्ट्रपति डॉक्टर मोहम्मद मुइज्जू और उनकी पत्नी साजिदा मोहम्मद ने मंगलवार को ताजमहल का दीदार किया।
राष्ट्रपति मुइज्जू और उनकी पत्नी प्रेम के प्रतीक इस धरोहर को देखकर भाव विभोर हो गए और कहा, ‘वाह, ताज!’।
मुइज्जू के विजिट को देखते हुए ताजमहल में सुबह 8 बजे से ही पब्लिक की एंट्री रोक दी गई थी। उनके अगवानी के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कैबिनेट मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय को विशेष रूप से भेजा था। बता दें कि भारत के पर्यटन को लेकर विवादास्पद बयान के कारण मुइज्जू अपने दौरे से पहले ही चर्चे में थे।
मुइज्जू की ताजमहल यात्रा के लिए सुबह 8:55 से 9:55 बजे तक का समय निर्धारित था। इसी को देखते हुए ताजमहल में सुबह 8 से 10 बजे तक पर्यटकों की एंट्री रोक दी गई थी। इस दौरान पूर्वी और पश्चिमी गेट स्थित टिकट विंडो भी बंद रहे। यूपी सरकार के मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने बताया कि भारत और मालदीव के मैत्रीपूर्ण संबंधों को मजबूत बनाए रखने के लिए यह एक ऐतिहासिक पल है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति मुइज्जू रविवार को नई दिल्ली पहुंचे थे, जहां सोमवार को राष्ट्रपति भवन में उनका स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि उनके देश की ‘मालदीव फर्स्ट’ की नीति से भारत के संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मालदीव कभी भी कुछ ऐसा नहीं करेगा जिससे भारत की सुरक्षा को नुकसान पहुंचे। दूसरे देशों के साथ मालदीव के संबंधों का भारत के साथ रिश्ते पर असर नहीं पड़ेगा। यह यात्रा इसे और मजबूती देगी।
नई दिल्ली में मालदीव के राष्ट्रपति ने भारत के साथ 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर के करेंसी स्वैप एग्रीमेंट और 3000 करोड़ रुपये की मदद के लिए भारत का आभार व्यक्त किया। भारत ने नकदी की कमी का सामना कर रहे मालदीव को 100 मिलियन अमेरिकी डॉलर का ट्रेजरी बिल रोल ओवर किया है। मुइज्जू ने भारत द्वारा प्रदान की गई मदद के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि भारत हमेशा जरूरत के समय में मालदीव के साथ खड़ा रहा है।
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