Sunday, January 12, 2025

लोकसभा अध्यक्ष ओम प्रकाश बिड़ला ने किया लंदन में बीएपीएस नेस्डन मंदिर का दौरा

तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। लोकसभा अध्यक्ष ओम प्रकाश बिड़ला ने लंदन के प्रसिद्ध बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर का दौरा किया। इसे नेस्डन मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। ओम बिड़ला की 11 जनवरी की यह यात्रा उनके आधिकारिक यूके दौरे का हिस्सा थी, जो हाउस ऑफ कॉमन्स के स्पीकर लिंडसे हॉयल के निमंत्रण पर आयोजित हुई थी।

मंदिर में श्री बिड़ला का पारंपरिक हिंदू तरीके से स्वागत किया गया। यह स्वागत बीएपीएस स्वामिनारायण संस्था के आध्यात्मिक गुरु महंत स्वामी महाराज की ओर से मंदिर के संतों ने किया।

दौरे के दौरान, ओम बिड़ला ने मंदिर के पवित्र दर्शन किए और मूर्तियों का अभिषेक किया। उन्हें बीएपीएस के भारत में किए जा रहे उल्लेखनीय कार्यों और यूके व यूरोप में हो रहे प्रेरणादायक विकास कार्यों के बारे में जानकारी दी गई, जिसमें पेरिस, फ्रांस में बन रहा नया बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर भी शामिल है।

फरवरी 2022 में, बिड़ला के नेतृत्व में भारतीय सांसदों का एक दल अबू धाबी में बन रहे बीएपीएस मंदिर के निर्माण स्थल पर गया था। उसी साल, ओम बिड़ला ने नई दिल्ली स्थित स्वामिनारायण अक्षरधाम में महंत स्वामी महाराज से भेंट की थी।

इस अवसर पर ओम बिड़ला ने कहा, “ये मंदिर केवल आध्यात्मिक, धर्म और संस्कृति की ही प्रेरणा नहीं देता, बल्कि मानवता की सेवा की प्रेरणा भी देता है। बीएपीएस संगठन ने दुनिया के अंदर भारतीय धर्म और संस्कृति को पहुंचाने के काम किया।”

बीएपीएस यूके के ट्रस्टी संजय कारा ने कहा, “हम ओम बिड़ला के आभारी हैं कि उन्होंने अपने व्यस्त कार्यक्रम के बीच मंदिर का दौरा किया। यह हमारे लिए गर्व का क्षण था और भारत व यूके के बीच संबंधों को और मजबूत करने का अवसर भी था।”

बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था एक अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक संगठन है, जो संयुक्त राष्ट्र से मान्यता प्राप्त है। इसका उद्देश्य दुनिया में आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक उत्थान करना है। इस संस्था से 80,000 से अधिक स्वयंसेवक और 5,025 केंद्र जुड़े हैं, जो लाखों लोगों की सेवा करते हैं।

महंत स्वामी महाराज के नेतृत्व में, बीएपीएस एक ऐसा समाज बनाने का प्रयास करता है जो शांति, सद्भाव और नैतिकता पर आधारित हो। यह संस्था वेदों की शिक्षाओं और भगवान स्वामिनारायण (1781-1830) की विचारधारा पर आधारित है। साथ ही, यह स्वामी महाराज (1921-2016) की प्रेरणा से प्रेरित है, जिन्होंने सिखाया: “दूसरों की खुशी में ही हमारी खुशी है।”

यूके में, बीएपीएस को सबसे बड़े और सक्रिय हिंदू समुदायों में से एक माना जाता है। नेस्डन मंदिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध है और बीएपीएस की पहचान का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

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