तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के दिग्गज नेता विजय सिन्हा ने रविवार को पटना में प्रदेश के पूर्व सीएम एवं पूर्व रेलवे मंत्री लालू यादव के उस ट्वीट पर पलटवार किया, जिसमें उन्होंने लिखा था कि रेलवे स्टेशन बेच दिए गए हैं।
विजय सिन्हा ने रेलवे को लेकर लालू यादव के ट्वीट पर कहा कि लालू यादव की गिनती राजनीति के सबसे भ्रष्ट व्यक्तियों में होती है। ये वही हैं, जिन्होंने रेलवे में नियुक्ति घोटाला कर पूरे परिवार को बेल पर लाकर खड़ा कर दिया।
उन्होंने कहा कि आज रेलवे का बहुत विकास हुआ है। पहले पुरानी जर्जर पटरियों पर जितनी घटनाएं होती थीं, वो कम हुई हैं। पहले पूरे देश के लोगों की जिंदगी दांव पर लगी थी। वहीं, आज रेल के अंदर की यात्रा सुरक्षित हो गई है। लेकिन आतंकवादी और उग्रवादी मानसिकता वाले कुछ आततायी ट्रेन की दुर्घटना कराना चाहते हैं। इस पर लगाम लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार प्रयास कर रही है। देश में भ्रष्टाचार मुक्त वातावरण बनाने का प्रयास हुआ है। अगर कोई भ्रष्टाचारी उपदेश दे तो समझ लीजिए कि उसके मन में भ्रष्टाचार को लेकर भय है।
दरअसल, “इससे पहले लालू यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा था कि 10 वर्षों में मोदी की एनडीए सरकार ने रेल का किराया भाड़ा बढ़ा दिया, प्लेटफार्म टिकट का दाम बढ़ा दिया, स्टेशन बेच दिए, जनरल बोगियां घटा दी, बुजुर्गों को मिलने वाला लाभ खत्म कर दिया, सेफ्टी-सिक्योरिटी घटाने पर रोज हादसे हो रहे है। फिर भी कहते है रेलवे घाटे में है। अब ये कहीं रेल की पटरियां न बेच दें।”
पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टरों के आमरण अनशन पर जाने को लेकर विजय सिन्हा ने कहा कि ममता सरकार पूरी तरीके से फेल है। बंगाल सरकार संविधान के विरुद्ध काम कर रही है। ये लोग प्रदेश की जनता के विश्वास पर खरे नहीं उतर रहे हैं और तुष्टिकरण की राजनीति में बंगाल को बर्बाद कर रहे हैं।