तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। कानपुर में तीन जून को हुई हिंसा की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने कोर्ट में केस डायरी दाखिल की है। पिछले महीने कानपुर में पथराव के बाद हिंसक झड़पें हुई थीं, जब एक स्थानीय संगठन ने निलंबित भाजपा नेता नुपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद के बारे में टिप्पणी के विरोध में बंद का आह्वान किया था।
केस डायरी लोक अभियोजक दिनेश अग्रवाल ने दायर की है।
एसआईटी की जांच के मुताबिक, उपद्रवियों को हिंसा फैलाने के लिए पैसे दिए गए थे।
केस डायरी में कहा गया है कि पथराव करने वालों को कथित तौर पर 500-1,000 रुपये दिए गए थे। जिन लोगों ने दंगों के दौरान पेट्रोल बम का इस्तेमाल किया था, उन्हें कथित तौर पर 5,000 रुपये का भुगतान किया गया था।
एसआईटी ने बताया कि पकड़े जाने पर बदमाशों को मुफ्त कानूनी मदद का आश्वासन दिया गया।
केस डायरी में बताया गया है कि उपद्रवियों को हंगामे के लिए सात से नौ दिन की ट्रेनिंग दी गई थी। 3 जून को हुई कानपुर हिंसा में अब तक 60 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
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