तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। उत्तराखंड के केदारनाथ में गरूड़चट्टी में मंगलवार को एक निजी कंपनी का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिससे उसमें सवार छह श्रद्धालुओं समेत सात लोगों की मृत्यु हो गयी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिए गए हैं ।
प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक कुमार ने बताया कि करीब पौने बारह बजे हुई दुर्घटना में मरने वालों में पायलट भी शामिल है। उन्होंने बताया कि दुर्घटना के शिकार श्रद्धालु रूद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ मंदिर के दर्शन कर वापस आ रहे थे कि तभी केदारनाथ से दो किलोमीटर आगे रास्ते में उनके हेलीकॉप्टर में आग लग गयी ।
कुमार ने बताया कि हादसे के कारणों का तत्काल पता नहीं चल पाया है लेकिन दुर्घटना संभवत: कोहरे के कारण कम दृश्यता के चलते किसी चीज से टकराने से हुई । दुर्घटना की सूचना मिलते ही राज्य आपदा प्रतिवादन बल के साथ ही पुलिस और जिला प्रशासन के दल भी बचाव कार्य के लिए घटनास्थलपर पहुंच गए।
उन्होंने बताया कि हादसे के शिकार श्रद्धालुओं की शिनाख्त का प्रयास किया जा रहा है। पायलट की पहचान मुंबई के कैप्टन अनिल के रूप में हुई है ।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है तथा घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। उत्तराखंड नागरिक उडडयन विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और सचिव सी रविशंकर ने बताया कि हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि उनका मंत्रालय स्थिति की लगातार निगरानी कर रहा है।
उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘केदारनाथ में हेलीकॉप्टर दुर्घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हम नुकसान की भयावहता का पता लगाने के लिए राज्य सरकार के संपर्क में हैं और स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं।”
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दुर्घटना में शामिल हेलीकॉप्टर ‘आर्यन एविएशन’ द्वारा संचालित किया जा रहा था।
नागर विमानन महानिदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक सूचना के मुताबिक बेल 407 हेलीकॉप्टर वीटी-आरपीएन केदारनाथ से लौट रहा था और संभवत: खराब मौसम की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हुआ।
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