तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से तीन दर्जन से अधिक लोगों की मृत्यु पर खेद व्यक्त करते हुए प्रशांत किशोर ने प्रेस वार्ता में कहा कि इस कानून को 48 घंटो के भीतर सरकार वापस ले। पीके ने कहा कि जहरीली शराब पीने के बाद 38 लोगों की मृत्यु से पूरा बिहार मर्माहत है। इस घटना के लिए जितने जिम्मेदार हैं, भाजपा और राजद वाले भी उतने ही जिम्मेदार हैं। क्यूंकि यह दोनों पार्टियां नीतीश के इस वाहियात ढंग की शराब बन्दी में उनका साथ देती रही हैं।
प्रशांत किशोर ने प्रेस वार्ता में कहा कि शराबबंदी पर सबसे मुखर आवाज मैंने उठाई है, भाजपा और राजद सत्ता में आते ही चुप हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग जो आज विधानसभा में हंगामा कर रहे हैं, जेडीयू के साथ 5 वर्ष साथ रहकर शराबबंदी का समर्थन किया। भाजपा को घेरते हुए प्रशांत किशोर ने कहा अब कोई भाजपा से सवाल नहीं कर रहा कि जब आप सरकार में थे आपने शराबबंदी हटाने के लिए क्या काम किया। इसके साथ ही प्रशांत ने कहा बिहार में जितने भी दल हैं उन्हें शराबबंदी को लेकर अपना पक्ष स्पष्ट करना चाहिए। इसके साथ ही तेजस्वी यादव को आड़े हाथ लेते हुए प्रशांत किशोर ने कहा जब आरजेडी और तेजस्वी यादव विपक्ष में थे तब शराबबंदी पर नीतीश सरकार को घेर रहे थे। अब ये खुद सरकार चला रहे हैं तो इन्हें शराबबंदी सही लग रहा है।
पीके ने कहा कि नीतीश कुमार के इर्द गिर्द रहने वाले लोग खुद शराब पीते हैं। मैं उनके साथ रहा हूं मुझे मालूम है शराबबंदी कानून पर पिके ने कहा कि इस कानून की समीक्षा की जरूरत नहीं, इस कानून को 48 घंटे के भीतर वापस ले लेना चाहिए।
वह इस प्रेस वार्ता में जब पीछे से पूछा गया कि क्या शराब समाज के लिए फायदेमंद है या घातक, तो इस पर उन्होंने कहा कि शराब तो घातक है लेकिन शराब बंदी का तरीका गलत है। शराब से समाज को दूर करने के लिए सरकार जिस तरह दहेज प्रथा और बाल विवाह आदि चीजों के लिए अभियान चलाकर लोगों को जागरूक कर रही है उसी तरह शराब के प्रति भी अभियान के माध्यम से लोको समझाने की आवश्यकता है।
वहीं 2025 तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनने के नीतीश कुमार के बयान पर प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार का राजतंत्र है क्या, जो तेजस्वी को 25 में मुख्यमंत्री बना देंगे। पीके ने कहा कि 2025 में नहीं, बल्कि नीतीश कुमार को तेजस्वी यादव को अभी कमान सौंप देनी चाहिए। ताकि जनता तीन साल में तेजस्वी यादव द्वारा चलाई गई सरकार का बेहतर ढंग से आंकलन कर सके और 2025 चुनाव में जनता उसी आधार पर जनता तेजस्वी को कबूले या नकारे।
जन सुराज पदयात्रा के 75वें दिन प्रशांत किशोर सैकड़ों पदयात्रियों के साथ ढाका प्रखंड के करमावा से चलकर जमुआ, पचपकड़ी, झिटकाही के देवापुर से होकर भंडार स्थित भंडार हाई स्कूल में रात्रि विश्राम के लिए पहुंचे।