तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार के नए पुलिस महा निदेशक की जिम्मेवारी सोमवार से राजविंदर सिंह भट्टी को सौंपी गई है। सोमवार को बिहार के डीजीपी एसके सिंघल का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा, और उनकी जगह बिहार पुलिस के नए मुखिया आरएस भट्टी होंगे।
बिहार सरकार के गृह विभाग के आरक्षी शाखा द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है. आरएस भट्टी का कार्यकाल 30 सितंबर 2025 तक के लिए होगा. वह 1990 बैच के आईपीएस हैं और फिलहाल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं. राजविंदर सिंह भट्टी पंजाब के रहने वाले हैं.
1990 बैच के आईपीएस अफसर राजविंदर सिंह भट्टी की छवि एक कड़क अफसर की है. सितम्बर 2005 में राजविंदर सिंह भट्टी सिवान के एसपी बने थे. भट्टी बाढ़ के एएसपी भी रह चुके हैं. वह फिलहाल सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) पूर्वी कमान के एडीजी के पद पर कार्यरत थे.
विदित हो कि बिहार के नये डीजीपी के दौर में चार नाम चल रहे थे। इसमें राजविंदर सिंह भट्टी के अलावा 1988 बैच के मनमोहन सिंह, 1989 बैच के आलोक राज और शोभा अहोतकर के नाम शामिल थे। लेकिन इन चार नामों में से आरएस भट्टी को ही बिहार के डीजीपी की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
आरएस भट्टी वहीं अफसर हैं जिन्होंने ने बाहुबली शहाबुद्दीन को गिरफ्तार किया था। ज्ञात हो कि साल 2005 में बिहार में विधानसभा के दो चुनाव हुए थे। पहला चुनाव 2005 के फरवरी महीने में हुआ था। इस चुनाव में सीवान में पूर्व सांसद व राजद नेता मो. शाहबुद्दीन का बड़ा असर दिखा था। हालांकि, उस चुनाव का रिजल्ट ऐसा था कि बिहार में सरकार किसी की नहीं बनी थी। लेकिन उसी साल अक्टूबर में दोबारा विधानसभा चुनाव हुए और केजे राव बिहार के चुनाव पर्यवेक्षक बनाए गए। तब निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए केजे राव ने ISP राजविंदर सिंह भट्टी को खासतौर पर सीवान के लिए मांग कर दी। उस वक्त ये कड़क अफसर केंद्रीय केजे राव ने राजविंदर सिंह को सीवान में बतौर डीआईजी बुलवाया और स्पष्ट कहा था कि मुझे शाहबुद्दीन चाहिए। सिवान पहुंचने के 15वें दिन ही एक स्पेशल टीम बनाकर इन्होंने वहां के आतंक कहे जाने वाले मो. शाहबुद्दीन को गिरफ्तार किया था।
वहीं एक बार बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने भी आरएस भट्टी की मदद ली थी। लालू यादव भी एक समय अपने रिश्तेदारों से तंग आकर राजविंदर सिंह भट्टी को बतौर एसपी गोपालगंज ले गए थे। आरएस भट्टी ने कानूनी हिसाब से पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के रिश्तेदारों को ठीक किया था।