तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। भारत में शनिवार को कोविड-19 के 1,27,952 नए मामले सामने आने के बाद देश में अब तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 4,20,80,664 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 13,31,648 रह गई है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 से 1,059 और लोगों की मौत के बाद संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 5,01,114 हो गई। देश में अभी 13,31,648 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 3.16 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,03,921 की कमी दर्ज की गई। देश में मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 95.64 प्रतिशत है।
अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण की दैनिक दर 7.98 प्रतिशत और साप्ताहिक दर 11.21 प्रतिशत दर्ज की गई। देश में अभी तक कुल 4,02,47,902 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है। वहीं, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 168.98 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं।
देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे।
देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ के पार हो गए थे। पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ के पार और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मौत के 1,059 मामले सामने आए। इनमें से 595 मौतें केरल में और 81 मौतें महाराष्ट्र में हुईं।
आंकड़ों के मुताबिक, देश में संक्रमण से अभी तक कुल 5,01,114 लोगों की जान गई है, जिनमें से महाराष्ट्र में 1,42,940, केरल में 57,296, कर्नाटक में 39,250, तमिलनाडु में 37,696, दिल्ली में 25,952, उत्तर प्रदेश में 23,286 और पश्चिम बंगाल में 20,758 लोगों की मौत हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।