तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार में मकर संक्रांति के अवसर पर सियासत कोई नई बात नहीं है। खरमास के बाद एक बार फिर सियासत में गर्मी की उम्मीद की जा रही है। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा मकर संक्रांति को लेकर दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया गया है। इसी बीच, लोक जनशक्ति (रामविलास) के चूड़ा-दही भोज पर एक घटना चर्चा का विषय बन गई।
दरअसल, इस दही-चूड़ा भोज के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आमंत्रित किया गया था, लेकिन जब मुख्यमंत्री पहुंचे तो पार्टी के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान नदारद रहे।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी और अन्य नेताओं ने उनका स्वागत किया।
लोजपा (रामविलास) के कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वर्गीय रामविलास पासवान की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुछ देर तक लोजपा कार्यालय में रुके और फिर निकल गए।
इसे लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे तो लोजपा (रामविलास) के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समय से पहले आ गए थे। पार्टी के प्रमुख भी रास्ते में ही हैं।
उन्होंने कहा, “निश्चित रूप से मुख्यमंत्री समय से पहले आ गए थे। उन्होंने आकर स्वर्गीय रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि अर्पित की और कार्यकर्ताओं से मिलकर शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री अचानक पहुंच गए। मुख्यमंत्री ने भी कहा कि यह मेरा घर है। घर में कोई समय देखकर थोड़े आता है। निश्चित रूप से वे पहले आ गए थे। वे हमलोगों के अभिभावक हैं। कभी आएं, उनका स्वागत है। मकर संक्रांति का पर्व है, आकर शुभकामनाएं दी।”
चिराग पासवान के इस भोज में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल सहित एनडीए के सभी नेताओं को आमंत्रित किया गया है।
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