तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका देते हुए कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनकी बेटी संघमित्रा मौर्य बदायूं से भाजपा सांसद है।
सूत्रों ने बताया कि स्वामी प्रसाद मौर्य के समाजवादी पार्टी में शामिल होने की संभावना है।
अपने त्याग पत्र में उन्होंने कहा कि वह दलितों और समाज के कमजोर वर्गों की उपेक्षा से परेशान हैं।
वह इसलिए परेशान थे क्योंकि उनके बेटे उत्कर्ष मौर्य को योगी आदित्यनाथ सरकार में ‘उपयुक्त स्थान’ नहीं दिया गया था।
स्वामी प्रसाद मौर्य, जो कभी बहुजन समाज पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक थे, 2017 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हो गए थे।
उन्होंने 2017 में भाजपा के टिकट पर पडरौना सीट जीती और उन्हें श्रम मंत्री बनाया गया।
स्वामी प्रसाद मौर्य के करीबी सूत्रों ने कहा कि संघमित्रा मौर्य फिलहाल भाजपा में हीं रहेंगी।
स्वामी प्रसाद मौर्य का इस्तीफा और उनके समाजवादी पार्टी में शामिल होने की संभावना भाजपा के लिए एक बड़ा झटका है क्योंकि वह अपने समुदाय में लोकप्रिय हैं।