तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 74वें जन्मदिन के अवसर पर बिहार की राजधानी पटना में भाजपा नेताओं ने रक्तदान शिविर का आयोजन किया।
भाजपा के प्रदेश कार्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जैसवाल, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने किया गया। इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी रक्त दान किया।
इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, “पूरी दुनिया में भारत का डंका अगर बजाने वाला कोई है तो वह प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी हैं। पीएम मोदी ही दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का नेतृत्व कर रहे हैं। वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जो अपनी भारत माता के सम्मान के लिए पूरी दुनिया में काम कर रहे हैं। हम सब जानते हैं कि हमारी भारत माता की धरती पर ही कश्मीर में दो विधान, दो निशान, दो प्रधान थे। आपके घर, जमीन पर कोई कब्जा करके झंडा फहराए और बोले हम ही मालिक हैं तो इसे कोई सहन नहीं कर सकता है।”
उन्होंने आगे कहा, “कांग्रेस के कारण पिछले 75 वर्षों से अनुच्छेद 370 कश्मीर में था। नरेद्र मोदी की सरकार ने आते ही देश में दो विधान, दो निशान, दो प्रधान का अंत कर दिया। यही नरेंद्र मोदी का नेतृत्व है। पूरी दुनिया में भारत का सिर ऊंचा रहे, इस बात को अगर कोई लेकर चल रहा है तो वह पीएम मोदी हैं। वह महान नेता हैं। हमारे नेताओं द्वारा आयोजित रक्तदान कार्यक्रम बहुत ही अच्छा कार्यक्रम है, रक्तदान, महादान।”
बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा, “इस देश को लगातार मजबूत स्थिति में पहुंचाने वाले नरेंद्र मोदी की धार पूरी दुनिया देख रही है। आज उनका जन्मदिन है। आज से सौ साल पहले जब स्वामी विवेकानंद दुनिया के कई देशों में गए तो वह ज्ञान का सागर लेकर गए। आज जब पीएम मोदी दुनिया के देशों में जा रहे हैं तो वह भारत के 2000 साल पहले के गौरवशाली इतिहास को लौटाने का काम कर रहे हैं। आज रूस और यूक्रेन की लड़ाई में अमेरिका और इंग्लैंड को नहीं खोजा जा रहा है। वहां, भारत और पीएम मोदी को खोजा जा रहा है। जन्मदिन पर प्रधानमंत्री को भारतीय जनता पार्टी सहित पूरे देश ने शुभकामनाएं दी हैं।”
राज्य के दूसरे डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी स्वामी विवेकानंद का दूसरा स्वरूप हैं। स्वामी विवेकानंद ने भविष्यवाणी की थी कि 21वीं सदी भारत की होगी। आज 21वीं सदी के भारत के निर्माता भगवान विश्वकर्मा की संतान हैं।