तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। कांग्रेस सांसद नासिर हुसैन ने भाजपा पर देश को बांटने का आरोप लगाया है। साथ ही दावा किया कि लोकसभा में आशा के अनुरूप रिजल्ट न आना दर्शाता है कि धर्म के नाम पर की गई उनकी राजनीति फेल हो चुकी है।
कांग्रेस सांसद ने वर्शिप एक्ट पर बातचीत की। इस दौरान कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा को यह पता चल गया है कि उनका नफरत फैलाने का जो एजेंडा है, धर्म के नाम पर बांटने की जो राजनीति है वह अब फेल हो चुकी है। लोकसभा के चुनाव में उन्हें अपने दम पर बहुमत नहीं मिल पाया है। भाजपा फिर से अब देश में मंदिर-मस्जिद और कट्टरवाद फैलाने का काम कर रही है।
जिस तरह से हर मस्जिद के नीचे मंदिर ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है। इससे साफ होता है कि भाजपा की सरकार विकास के मुद्दे पर काम नहीं करना चाहती है।
भाजपा इस तरह का एजेंडा लाकर समाज को बांटकर चुनाव जीतना चाहती है।
कांग्रेस पार्टी साफतौर पर कह रही है कि 1991 वर्शिप एक्ट के सदन में कहा गया था कि 1947 के बाद से जो चीज जैसी है वैसी ही रहनी चाहिए।
हम लोगों को आगे की ओर देखना चाहिए, हिन्दुस्तान को आगे बढ़ना चाहिए।
मैं समझता हूं कि भारत में बहुत जगह है जहां पर मंदिर-मस्जिद, गुरुद्वारे और चर्च बनाए जा सकते हैं। लेकिन, अगर हम पीछे की ओर जाकर मस्जिद में मंदिर खोजने लगेंगे तो यह ठीक नहीं होगा। इसलिए 1991 वर्शिप एक्ट को अमल में लाना चाहिए।
किसानों के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि हमारे देश के किसान अन्नदाता है। जिस तरह से भाजपा की सरकार उनके साथ रैवया अपना रही है। उनकी मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा है और काले कानून लाए गए। इससे साफ होता है कि यह सरकार किसान विरोधी है। कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व लगातार यह बात कह रहा है कि एमएसपी को लीगल कर दीजिए।
ऐसी सरकार जो किसानों को रियायत सिर्फ चुनाव के वक्त देती है ऐसी सरकार सिर्फ किसानों के लिए नहीं बल्कि देश के लिए भी हानिकारक है। किसानों का ख्याल रखना हमारी सरकार की जिम्मेदारी बनती है।
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