तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार के बांका में रहस्यमयी मौतों के बाद, जिला प्रशासन ने राज्य के गृह विभाग को अपनी जांच रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें दावा किया गया है कि मौत जहरीली शराब के सेवन से नहीं हुई है।
बांका में रविवार सुबह से अब तक 12 लोगों की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो चुकी है। इन सभी को पेट में दर्द, कम ²श्यता, उल्टी और दस्त की शिकायत थी। दिलचस्प बात यह है कि सभी मृतकों के परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम के ही शवों का अंतिम संस्कार कर दिया।
बांका के जिलाधिकारी ने मामले की जांच के लिए एसडीएम डॉ प्रीति कुमारी और एसडीपीओ दिनेश चंद्र श्रीवास्तव के नेतृत्व में एक टीम गठित की थी।
एसडीपीओ बांका के दिनेश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा, “हम अमरपुर थाने के अंतर्गत आने वाले हर गाँव में गए और मृतक के परिवारों के बयान लिए। उन्होंने कहा कि पीड़ितों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ थीं। उनकी मृत्यु के बाद, उन्होंने बिना किसी पोस्टमार्टम के उनके शवों का अंतिम संस्कार कर दिया। वहाँ है बांका जिले में शराब के सेवन से हुई मौतों का कोई सबूत नहीं है।”
मृतकों की पहचान रघुनंदन पोद्दार, राजा तिवारी, सुमित, संजय, आशीष सिंह, मिथिलेश सिंह, राहुल सिंह, राजू मंडल, सचिन कुमार, गुंजन राम, संजय शर्मा और विजय शाह के रूप में हुई है। इन सभी की रविवार को मौत हो गई थी।
इस बीच, सूत्रों ने कहा है कि उन्होंने बिहार में शुक्रवार और शनिवार को मनाई जाने वाली होली के दिन शराब का सेवन किया था। सूत्रों ने दावा किया कि मृतक के परिजनों ने जिला प्रशासन के दबाव में बयान दिया।
बांका के अलावा, शनिवार से सटे भागलपुर जिले में 22 और मधेपुरा में 3 अन्य लोगों की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई।