तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। शराबबंदी वाले बिहार राज्य के भागलपुर, बांका और मधेपुरा जिले के कई गांवों में महिलाओं के रोने, बिलखने की आवाज सुनाई दे रही है। कई घरों में महिलाओं का ऐसा चित्कार गूंज रहा कि सुनने वालों के दिल भी पसीज जा रहा हैे। इन घरों में लोग तो हैं लेकिन इनकी देखभाल करने वालों को कथित रूप से जहरीली शराब ने लील ली। अब गांव के लोगों का सवाल है कि आखिर शराबबंदी के पहले ऐसी मौतें क्यों नहीं हुई थी? जब शराबबंदी है तो फिर शराब कैसे मिल रहा है?
सुल्तानगंज के कटहरा गांव के रहने वाले 36 वर्षीय अमन राज की शादी अभी 30-35 दिन पहले गोराडीह के घीया गांव की रहने वाली खुशबू से हुई थी। खुशबू के हाथों की मेंहदी के रंग अभी पूरी तरह मिटे भी नहीं हुए थे कि जहरीली शराब ने उनकी जिंदगी ही बदरंग कर दी। अमन होली मनाने अपने ससुराल गया था और परिजनों के मुताबिक उसने शराब पी ली।
रात को ही उसकी तबियत बिगड़ने लगी। इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई। यह कहानी सिर्फ एक परिवार की नहीं है। इस होली में भागलपुर, बांका और मधेपुरा जिले के 30 से ज्यादा लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई है। पुलिस अब जांच की बात रही है।
प्रशासन खुलकर जहरीली शराब से मौत की बात स्वीकार नहीं कर रहा है, लेकिन परिजन शराब पीने की बातें कर रहे हैं। कजरा अमरपुर के रहने वाले दीपक की मौत भी इलाज के दौरान हो गई। उसके परिजनों के मुताबिक कुछ दिन बाद ही इसकी शादी होने वाली थी, लेकिन संदिग्ध परिस्थिति में उसकी मौत हो गई। स्थानीय लोग अब पुलिस पर ही सवाल उठा रहे हैं। ग्रामीण बताते हैं कि शराब आने की खेप की सूचना पुलिस को दी गई थी, लेकिन पुलिस ने कारगर पहल नहीं की।
वैसे, शराबबंदी वाले बिहार राज्य में यह कोई पहला मौका नहीं है कि कथित तौर पर जहरीली शराब से लोगों की मौत हुई है। जहरील शराब से हो रही मौत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी कह चुके हैं कि शराबबंदी के बाद लोग गलत चीज बनाते हैं और लोग ऐसी गलत चीजें पिऐंगे तो जान गंवानी ही पडेगी। लेकिन सवाल यही उठ रहा है कि जहरीली शराब से हो रही मौत के बाद अगर पुलिस सचेत होती तो ऐसे लोगों की जान जाने से रोकी जा सकती थी।
इधर, अब पुरे मामले की जांच शुरू हो गई है। पुलिस मुख्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि जहां से भी मौत की खबर आई है, सभी जगहों से बारीकी से जांच करने के आदेश संबंधित पुलिस अधीक्षक को दे दी गई है। जिलास्तर पर टीम बनाई गई है। जिनके घर में मौत की खबर आ रही है, उनके घर तक प्रशासन पहुंचकर सघन तहकीकात कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरी तरह सख्ती बरतने के निर्देश अधिकारियों को दे चुके हैं। शराब तस्करों पर अंकुश लगाने के लिए ड्राने और हेलीकॉप्टर, मोट बोट तक लगाए गए हैं।