तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। आपदा प्रबंधन के एक अधिकारी ने बताया कि छठ उत्सव के दौरान बिहार के विभिन्न हिस्सों में कम से कम 33 लोगों के डूबने की खबर सामने आई है। रोहतास, सारण, गया और सीवान जिले में गुरुवार को दो-दो मौतें दर्ज की गईं, जबकि बिहारशरीफ और बक्सर जिलों में एक-एक मौत दर्ज की गई। वहीं बेगूसराय जिले में तीन लोगों की डूबने से मौत हो गई।
समस्तीपुर में चार लोगों की डूबने से जबकि बेतिया में एक की मौत हो गई।
सहरसा और खगड़िया में चार-चार मौतें दर्ज की गईं, जबकि सुपौल और लखीसराय में दो-दो मौतें हुईं।
मधेपुरा, पूर्णिया और भागलपुर जिले में एक-एक मौत दर्ज की गई।
यह त्रासदी उस समय हुई जब श्रद्धालु त्योहार मनाने के लिए ‘द्वितीय अर्घ’ के बाद नदियों, तालाबों और नहरों में डुबकी लगा रहे थे।
इस बीच, मृतक के परिजनों ने जिला प्रशासन पर खतरनाक घाटों को चिह्न्ति करने में विफल रहने का आरोप लगाया, जिसके कारण यह दुर्घटनाएं हुई हैं।
बेगूसराय में भीड़ ने जिला पुलिस की दो गाड़ियों में आग लगा दी और पुलिस टीम पर पथराव भी किया। ऐसा ही नजारा अन्य जिलों में भी देखने को मिला।