तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार सरकार प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक करने वाले आरोपियों की संपत्ति जब्त करेगी। इसको लेकर आर्थिक अपराध इकाई ने तैयारी शुरू कर दी है। बीपीएससी और सिपाही भर्ती पेपर लीक कांड में फरार चल रहे आरोपियों की धर पकड़ तेज कर दी है।
शिक्षक भर्ती परीक्षा के मास्टरमाइंड समेत गिरोह के कई सदस्यों को गिरफ्तार कर चुकी है। सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में ईओयू ने कोलकाता से शेल कंपनी के डायरेक्टर समेत आधा दर्जन से अधिक लोगों को अरेस्ट किया है जबकि प्रश्नपत्रों की ढुलाई करने वाली एजेंसी के कुछ कर्मियों को भी पकड़ा गया है।
वहीं नीट पेपर लीक कांड में अब भी कई आरोपी फरार चल रहे हैं। मास्टरमाइंड संजीव मुखिया समेत गिरोह के कई लोगों की तलाश पुलिस को है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के दौरान आर्थिक अपराध इकाई को कई अहम सुराग मिले हैं। फरार आरोपी जल्द से जल्द सरेंडर नहीं करते हैं तो उनकी संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई शुरू होगी।
नीट समेत अन्य पेपर लीक मामलों में फरार आरोपियों की संपत्ति की जांच आर्थिक अपराध इकाई ने शुरू कर दी है। जांच के बाद ईओयू आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज करेगी और इसके बाद आरोपियों की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। आरोपियों में संजीय मुखिया, उसका बेटा शिव कुमार समेत तमाम सेटर शामिल हैं। शुरुआत में कुछ चुनिंदा आरोपियों की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।