तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार के गोपालगंज जिले के विजयीपुर थाना क्षेत्र में एक शिक्षक के पुत्र के अपहरण की कहानी झूठी निकली। शिक्षक पुत्र ने स्वयं इसकी साजिश रची थी।
पुलिस ने मामले का पर्दाफाश करते हुए शिक्षक पुत्र और उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, विजयीपुर थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव निवासी अशोक कुमार मांझी मिडिल स्कूल सारुपाई में शिक्षक हैं। 14 अगस्त को उनका पुत्र हेमंत मांझी स्कूल तो गया, लेकिन घर नहीं लौटा। इसके बाद अशोक कुमार मांझी को फोन पर सूचना दी गई कि उनके बेटे हेमंत का अपहरण हो गया है। उनसे एक लाख रुपये की फिरौती की मांग की गई और एक बैंक अकाउंट भी दिया गया।
इस सूचना के बाद अशोक मांझी ने तत्काल दिए गए अकाउंट नंबर में 10 हजार रुपये की राशि भेज दी। इसके बाद उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर हथुआ के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी आनंद कुमार गुप्ता के नेतृत्व में विशेष जांच दल का गठन किया गया। जांच के क्रम में एसआईटी को कथित तौर पर अपहृत हेमंत का लोकेशन यूपी में पता चला। पुलिस ने हेमंत और उसके दोस्त राजन को यूपी के देवरिया से गिरफ्तार कर लिया।
हथुआ के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी आनंद कुमार गुप्ता ने मामले का पर्दाफाश करते हुए शुक्रवार को बताया कि 14 अगस्त को हेमंत कुमार मांझी नाम के लड़के ने अपने दोस्त राजन कुमार के साथ मिलकर अपहरण का नाटक किया और अपने पिता से एक लाख रुपये की फिरौती मांगी। अपहरण की झूठी साजिश में हेमंत के साथ उसका दोस्त राजन कुमार भी सहयोगी था।