तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार पुलिस ने पटना के फुलवरीशरीफ में छापेमारी कर देश विरोधी साजिश का भंडाफोड़ कर दिया। पुलिस ने नयाटोला में चलाए जा रहे एक कार्यालय में छापेमारी कर दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। यहां से पुलिस को कई आपत्तिजनक सामान बरामद हुए हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान झारखंड पुलिस से सेवानिवृत्त दारोगा मोहम्मद जलालुद्दीन और अतहर परवेज के रूप में की गई है। पुलिस को तलाशी के दौरान पीपुल्स फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के मिशन 2047 का भी भंडाफोड़ हुआ है।
फुलवरीशरीफ के सहायक पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार ने बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर की गई छापेमारी के बाद कई दस्तावेज, झंडा, पैंपलेट, बुकलेट बरामद हुए है, जो मिशन से जुड़ा है।
ये दस्तावेज 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने से जुड़े हुए हैं।
बताया जाता है कि दूसरे राज्यों से यहां लोगो का आना जाना था। बरामद दस्तावेजों में दो समुदायों के बीच विद्वेष फैलाने की अपील भी की गई है। सूत्रों के मुताबिक, अन्य देशों से फंडिंग की भी कागजात पुष्टि कर रहे हैं।
एएसपी ने बताया कि यहां दूसरे राज्यों से प्रशिक्षक और छात्र आते थे और प्रशिक्षण का कार्य भी चलता था। सूत्रों का मानना है कि गिरफ्तार लोग सिमी के गिरफ्तार लोगों की जमानत दिलवाने में भी मदद करते थे तथा सिमी और पीएफआई की बैठकों में शामिल होता था।
सूत्रों का कहना है कि गिरफ्तार अतहर का भाई मंजर परवेज पटना में बन ब्लास्ट की आतंकी घटना में शामिल था और फिलहाल जेल में है।
एएसपी ने बताया कि अभी पुलिस और गहन जांच कर रही है तथा इनके और जुड़े तारों को खंगाला जा रहा है।
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