तिरहुत डेस्क (नई दिल्ली)। बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल तेज होती जा रही है। इस बीच, राजनीतिक दलों और गठबंधनों की बैठकें भी होने लगी हैं। सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुटे हैं।
विपक्षी दलों के महागठबंधन के घटक दलों की गुरुवार को बैठक हुई, जिसमें सभी मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता और महागठबंधन समन्वय समिति के प्रमुख तेजस्वी यादव के सरकारी आवास पर हुई इस बैठक में सीट शेयरिंग का प्रारूप तय करने, चुनावी रणनीति पर संवाद स्थापित करने और सत्ता पक्ष को घेरने की भी चर्चा की गई।
बैठक में समन्वय समिति और उप समिति के लोग भी शामिल हुए। बैठक में प्रमुख रूप से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, मुकेश सहनी, कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावारु और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम समेत वाम दलों के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी यादव ने कहा कि यह बैठक पहले से ही तय थी। इस बैठक में सभी समितियों के लोग पहुंचे और चर्चा हुई। इससे पहले भी विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर हम लोग बैठक कर चुके हैं।
उन्होंने कहा, “सभी को जिम्मेदारियां दी गई हैं और जल्द से जल्द कार्यक्रम बनेगा, मेनिफेस्टो बनेगा, हर एक चीज को लेकर डिटेल में बातचीत हुई है। हमारी अच्छी टीम बनी है। बिहार की जनता भी बदलाव चाहती है। उनके लिए हम लड़ेंगे और परिवर्तन लाएंगे। जनता की आवाज को किस तरह से उठाया जाए, चुनाव में जाने से पहले अपना मेनिफेस्टो तैयार कैसे हो, इन सभी विषयों पर बातचीत हुई है।”
उल्लेखनीय है कि इससे पहले महागठबंधन की तीन बैठकें हो चुकी हैं। तेजस्वी यादव को महागठबंधन समन्वय समिति का अध्यक्ष बनाया गया था। हालांकि, अब तक महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री उम्मीदवार को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है।
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